कौशल विकास सुधार में भारत की मदद कर सकता है ऑस्ट्रेलिया : थिंक-टैंक

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया के एक थिंक टैंक का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया कौशल विकास सुधार के लिए भारत की मदद कर सकता है लेकिन उसे मौजूदा प्रशिक्षण व्यवस्थाओं पर मूलभूत शोध करने की जरूरत है। इसके साथ ही उसे ऐसी योजनाओं को भारत की दीर्घकालीन आर्थिक रणनीति के अनुरूप ढालना चाहिए।

मेलबर्न के थिंक-टैंक ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट (एआईआई) ने कहा कि ‘स्किल इंडिया’ भारत सरकार की एक बड़ी नीतिगत पहल है, जिसके तहत वर्ष 2022 तक 40 करोड़ भारतीय कर्मियों को पेशेवर प्रशिक्षण देने की बात कही गई है।

एआईआई ने ‘स्थायी कौशल विकास’ विषय पर हाल ही में जारी एक शोधपत्र में कहा, ”ऑस्ट्रेलिया कौशल सुधार में भारत की मदद कर सकता है लेकिन इसके लिए मौजूदा प्रशिक्षण व्यवस्थाओं पर मूलभूत शोध करने की जरूरत है और इस बारे में यह स्पष्ट बताना जरूरी है कि वह इसमें शामिल क्यों होना चाहता है? उसे कौशल विकास की योजनाओं को भारत की दीर्घकालिक आर्थिक रणनीति के समरूप बनाना चाहिए।” रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में पेशेवर एवं शैक्षणिक प्रशिक्षण में ऑस्ट्रेलियाई निवेश अकसर विफल रहे और कुछ ही छात्र अब तक भारत में मौजूद ऑस्ट्रेलियाई पंजीकृत प्रशिक्षण संगठनों से स्नातक हो पाए हैं।

रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलियन ट्रेडिंग कमीशन के हवाले से कहा गया कि भारत में काम करने की कोशिश करने वाली ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों को अपर्याप्त अवसंरचनात्मक सहयोग, पुराना पाठ्यक्रम और उद्योग जगत की कम भागीदारी मिली। वे उस दर पर गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने में विफल रहे, जिसपर स्थानीय प्रदाता उपलब्ध करवाते हैं।

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