कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त युवक व युवतियों समूह गठित कर कर सकेंगे कालीन उद्योग स्थापित, दिलाया जाएगा बैंक से ऋण भी

कौशांबी (उत्तर प्रदेश) : दोआबा के बेरोजगारों के लिए कालीन उद्योग वरदान साबित होगा। इसको स्थापित करने के बाद बेरोजगार युवक व युवतियां अपने भाग्य को बदल सकेंगे। कालीन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी ने खाका तैयार किया है। इसके लिए जिम्मेदारों को आवश्यक निर्देश भी दिए हैं। कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवक व युवतियां इसके माध्यम से अपनी आर्थिक स्थित में सुधार ला सकते हैं।

सूबे की सरकार कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवक व युवतियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इसके लिए मुख्य सचिव द्वारा सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी जारी किया गया है। शासन के निर्देश को गंभीरता से लेने के बाद जिलाधिकारी एपी सिंह ने जिले के कालीन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए खाका तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया कि कौशल विकास मिशन के तहत जिन युवक व युवतियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वह समूह गठित कर कालीन उद्योग स्थापित कर सकेंगे। कहा कि समूह के गठन के बाद उन्हें उद्योग से जुड़ने के लिए बैंक से ऋण भी दिलाया जाएगा। इसके बाद वह फैंसी कालीन बनाकर प्रतिमाह हजारों रुपये भी कमा सकेंगे।

दस लोगों का समूह

अग्रणी शाखा प्रबंधक दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि समूह के लोगों को उद्योग स्थापित करने के लिए बैंकों से कर्ज देने का प्रावधान है। विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवक व युवतियां यदि कालीन उद्योग को स्थापित करने के लिए ऋण के लिए आवेदन करेंगे तो उन्हें बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

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