जेल में खुला रोजगार प्रशिक्षण के लिए फोटोग्राफी सेंटर, बंदियों के साथ जेल वार्डन को भी प्रशिक्षण : डीजी यशपाल

गुरुग्राम : भोंडसी जेल में बंदियों के साथ-साथ जेल वार्डन को भी रोजगार का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि जेल के वार्डन भी सेवानिवृत के बाद रोजगार चला सके। यह बात जेल डीजी यशपाल सिंगल ने गुरुवार को भोंडसी जिला जेल में फोटोग्राफी सेंटर के उद्घाटन अवसर पर कही।

भोंडसी स्थित गुरुग्राम की जिला जेल में गुरुवार को जेल डीजी यशपाल सिंगल व गुरुग्राम सीपी संदीप खिरवार ने संयुक्त रुप से फोटोग्राफी सेंटर का उद्घाटन किया। जिला जेल में बंदियों के लिए फोटोग्राफी सेंटर बनाया गया है, ताकि बंदी फोटोग्राफी का प्रशिक्षण प्राप्त कर बाहर जाने पर रेाजगार से चला सकें।

यशपाल सिंघल ने कहा कि गुरुग्राम जेल में अब बंदियों के साथ-साथ वार्डन को भी रोजगार के प्रशिक्षण देने की प्रयास रहेगा, ताकि जेल वार्डन भी सेवानिवृत होने के बाद रोजगार के संसाधन चला सकेंगे। डीजी ने इस अवसर पर गुरुग्राम के सीपी संदीप खिरवार के साथ जेल में चलाए जा रहे बंदियों के लिए रोजगार के प्रशिक्षण केंद्रों का दौरा किया। जेल में बंदियों के उत्थान के लिए किए जा रहे अथक प्रयासों को विचारों में शेयर किया।

सीपी संदीप खिरवार ने भी जेल में बंदियों के लिए चलाए जा रहे अन्य रोजगार प्रशिक्षण केन्द्रों का निरीक्षण किया। बंदियों के लिए जेल में चल रहे प्रशिक्षण केन्द्रों को देख संदीप खिरवार खुश नजर आए। इस फोटोग्राफी प्रशिक्षण सेंटर में एक बार में 20 बंदी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगें। यह प्रशिक्षण सेंटर इंडिया विजन फाउंडेशन के सहयोग से टैली फोटोग्राफी क्लब के द्वारा बनाया गया है।

इंडिया विजन फाउंडेशन की डारेक्टर मोनिका धवन ने बताया कि बेसिक प्रशिक्षण तीन माह का होगा। उसके बाद छह माह का प्रशिक्षण एडवांस का होगा। इस अवसर पर जिला जेलर हरेन्द्र सिंह ने कहा क बंदियों को रोजगार के प्रशिक्षण देने में उनकी जेल हमेशा ही अग्रसर रही है। लेकिन जरूरत हुई तो बंदियों को अन्य रोजगार के सेंटर और लाएं जाएंगे। उनका उद्देश्य बंदियों की अपराध की दुनिया से मानशिकता को परिवर्तन करना है।

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