बेकार पड़ा है ढाई करोड़ की लागत का महिला पॉलिटेक्निक भवन

Bokaro ( झारखंड) : ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं को तकनीकी शिक्षा देने के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने 2001-02 में चंदनकियारी में करीब ढाई करोड़ की लागत से महिला पालिटेक्निक काॅलेज के लिए भवन निर्माण कराया था। तत्कालीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री समरेश सिंह ने बड़े तामझाम से इसकी नींव रखी थी। लेकिन भवन बनाने से पहले सरकार ने ठोस योजना तैयार नहीं की थी। यहांं महिला पॉलिटेक्निक कालेज की स्वीकृति ही नहीं हुई थी। सिर्फ सरकारी पैसा खर्च करने की योजना बनी थी। 2003 में यह भवन बनकर तैयार हो गया। ठेकेदार पैसा कमाकर चला गया, अधिकारियों ने अपना कमीशन ले लिया, समरेश भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिए और भवन बेकार पड़ा रह गया।

पाइप-बिजलीके सामान हुए चोरी

इस दो मंजिला भवन में सारी सुविधाएं थीं। आधुनिक खिड़की दरवाजे बने थे। परंतु इसकी सही देखभाल नहीं होने के कारण शरारती तत्वों ने खिड़की-दरवाजों में लगे शीशे को तोड़ दिए। पानी आपूर्ति के लिए लगी पाइप तथा बिजली के तार और अन्य उपकरण चुरा लिए।

अच्छे दिन की उम्मीद पर बिना पैसे के टिका है चौकीदार

भवनबनने के बाद दो चौकीदार बलराम दास तथा महादेव सेन इसकी देखरेख करते थे। इनका भुगतान बोकारो महिला पॉलिटेक्निक कालेज से किया जाता रहा। लेकिन तीन साल से इनको मजदूरी देना बंद कर दिया गया। पैसे की तंगी के कारण बलराम ने काम छोड़ दिया जबकि महादेव अच्छे दिन आने की उम्मीद लिए बिना पैसे काम कर रहा है।

तकनीकी शिक्षा शुरू नहीं होने से लोगों में निराशा

आजयहां तकनीकी शिक्षा नहीं बल्कि विवाह समारोह या राजनीतिक दलों की बैठकें होती हैं। शुरुआती दौर में कुछ दिनों इस भवन में एक एनजीओ द्वारा लड़कियों को सिलाई कढ़ाई सिखाया जाता था। 2006 तक तीस लड़कियां यहां पर प्रशिक्षण ले रही थी, लेकिन अब वह भी बंद हो गया। यहां से तकनीकी शिक्षा की शुरुआत नहीं होने से लोगों में निराशा है।

जल्द चालू होगी तकनीकी शिक्षा : मंत्री

भूराजस्व मंत्री सह स्थानीय विधायक अमर बाउरी का कहना है कि श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग भवन को अपने अंडर ले लिया है। जल्द ही इस भवन में तकनीकी शिक्षा की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। चंदनकियारी में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार कोशिश कर रही है।

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