दशरथ मांझी कौशल विकास योजना बंद, प्रशिक्षणार्थियों की न ली परीक्षा, नहीं दिया प्रमाण पत्र, मानदेय की राशि का भी इंतजार

पटना : बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि नीतीश सरकार के दलितों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति एवं महादलितों की कौशल प्रशिक्षण योजना को बंद किये जाने को लेकर पार्टी विधान मंडल के वर्तमान सत्र में जोरदार तरीके से आवाज उठाएगी।

भाजपा विधान मंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां कहा कि विधान सभा चुनाव से ठीक पहले दशरथ मांझी कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण के नाम पर नीतीश सरकार ने दो लाख से ज्यादा महादलित युवक-युवतियों के साथ धोखा किया।

उन्होंने कहा कि न तो महादलित युवक-युवतियों को प्रशिक्षण अवधि के दौरान सौ रुपये प्रतिदिन की दर से देय छह हजार रुपए का मानदेय दिया गया, न प्रशिक्षणार्थियों की परीक्षा ली गई और न ही उन्हें डेढ़ साल बाद भी आज तक प्रमाण पत्र दिया गया है।

मोदी ने कहा कि दलितों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति को बंद कर चुकी सरकार ने अब दशरथ मांझी के नाम पर शुरू की गई कौशल विकास की इस योजना को भी बंद कर दिया है। वोट हासिल करने के लिए 18 से 45 वर्ष के करीब दो लाख महादलित युवक एवं युवतियों को 60 से ज्यादा ट्रेड में नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया गया जिन्हें आज भी देय छह हजार रुपये के मानदेय की राशि का इंतजार है।

पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद तो सरकार को उनकी परीक्षा लेने और उन्हें प्रमाण पत्र देने की याद भी नहीं आई। उन्होंने कहा कि इसी तरह प्रशिक्षण प्रदाता एजेंसियों को भी प्रशिक्षण देने के लिए तय की गई आधी-अधूरी राशि का ही भुगतान किया गया है।

मोदी ने कहा कि सरकार बताए कि डेढ़ साल बाद भी महादलित प्रशिक्षुओं को मानदेय राशि और प्रमाण पत्र क्यों नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी दलितों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति एवं महादलितों की कौशल प्रशिक्षण योजना को बंद करने को लेकर विधान मंडल के वर्तमान सत्र में जोरदार तरीके से आवाज उठाएगी।

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