आईटीआई के स्टूडेंट्स सरकारी स्कूलों में जाकर निशुल्क रिपेयरिंग कर धरातल पर साकार कर रहे हैं कौशल विकास योजना

हनुमानगढ़ (राजस्थान) : सरकारी स्कूलोंमें धीमे चलते पुराने पंखे टिमटिमाती ट्यूब लाइटें बच्चों की पढ़ाई में खलल डालती हैं। इन्हें रिपेयर करवाना भी सामान्यतः: संभव नहीं होता क्योंकि रखरखाव कार्य के लिए स्कूलों का काफी कम बजट मिलता है। इस समस्या का समाधान एक प्राइवेट आईटीअाई के स्टूडेंट्स ने किया है। जंक्शन स्थित माता संतोषदेवी आईटीआई कॉलेज के स्टूडेंट्स सरकारी स्कूलों में जाकर निशुल्क रिपेयरिंग का काम करते हैं। मरम्मत के अलावा कई स्कूलों में फिटिंग का काम भी स्टूडेंट्स ने किया है।

बिजली मिस्त्री की दरों के हिसाब से देखा जाए तो अब तक करीब डेढ़ लाख रुपए का कार्य स्टूडेंट्स ने निशुल्क कर दिया है। इनका उद्देश्य साल में करीब दस लाख रुपए का कार्य करना है। क्लासों में ट्यूबलाइटें पंखे आदि सुधरने से बच्चों को पढ़ने के लिए बेहतर माहौल मिल रहा है। केंद्र राज्य सरकार की कौशल विकास योजना को स्टूडेंट्स धरातल पर साकार कर रहे हैं।

राजकीय माध्यमिक विद्यालय भागसर के प्रधानाध्यापक रोहताश चुघ ने मिशन मेरिट के समय आयोजक स्कूल में बिजली ट्यूबों की समस्या देखी। यह समस्या कई अन्य स्कूलों में भी थी क्योंकि कम बजट के चलते बिजली के छोटे-छोटे काम नहीं हो पाते थे। चुग ने आईटीआई संचालक से बात कर काम करवाने का सुझाव दिया। संचालक भी तैयार हो गए क्योंकि समाज सेवा के साथ स्टूडेंट्स को व्यवहारिक ज्ञान हो रहा था। कॉलेज में इलेक्ट्रिकल ट्रेड में जिला मुख्यालय के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के भी स्टूडेंट्स हैं। अब स्टूडेंट्स छुट्टी के बाद अपने-अपने क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में श्रमदान करते हैं। ट्रेनर राजेंद्र गोदारा, अर्जुन, गौतम कौशल शाक्य भी काम में मदद करते हैं। संस्थान निदेशक हकीकत राय चुघ ने बताया कि आईटीआई की लैब में प्रेक्टिकल ट्रेनिंग होती है लेकिन अब फील्ड ट्रेनिंग होने से स्टूडेंट्स खासे उत्साहित हैं। सरकारी स्कूलों में काम करने से समाज को भी फायदा मिल रहा है। स्कूलों के बच्चे हमउम्र बच्चों को काम करते देखते हैं तो उनमें भी कौशल विकास का रुझान बढ़ता है।

एडीईओ (माध्यमिक) रणवीर शर्मा ने बताया कि आईटीअाई के बच्चे सरकारी स्कूलों के लिए बेहतर काम कर रहे हैं क्योंकि वार्षिक रिपेयरिंग के लिए बजट सीमित होता है। अब बिजली का सामान तो ठीक हो ही रहा है शॉर्ट सर्किट आदि की आशंका भी कम हुई है।

इन स्कूलों में किया काम

आईटीआईके स्टूडेंट टाउन स्थित फोर्ट स्कूल, राउप्रावि मुखर्जी नगर, राउमावि नगराना, रामावि भागसर, रामवि डब्बरवाला खुंजा, राबाउमावि टाउन में रिपेयरिंग फिटिंग का कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा रामावि शेरगढ़, रामावि धन्नासर, राउमावि दौलतांवाली, राउमावि हरदयालपुरा आदि स्कूलों की ओर से भी काम करवाने के लिए कहा गया है। इन स्कूलों में भी जल्द ही रिपेयरिंग का काम शुरू होगा।

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