प्रतिस्पर्धी बनने के लिए कल के हिसाब से कौशल देने के बारे में सोचना होगा : अंसारी

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा है कि उद्योगों की जरूरत को देखते हुए लोगों का कौशल विकास करने के लिए नीतियों को प्रभावी और समय के हिसाब से बनाए रखने के लिए उनमें लगातार सुधार करने की जरूरत है। श्री अंसारी ने पीएचडी वाणिज्य एवं उद्योग मंडल द्वारा विश्व प्रतिस्पर्धा के लिए भारत में कौशल विकास के बारे में यहां आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि – यदि हम देश के  लोगों को गुणवत्ता कौशल प्रदान कर पाते हैं तो तो हम अपने देश को मानव संसाधन की एक बड़ी ताकत बना सकते हैं। आगे उन्होंने कहा लेकिन बस इसके लिए आज के कौशल की ही नहीं बल्कि कल के हिसाब से कौशल देने के बारे में सोचना होगा।´

डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया,, स्मार्ट सिटी आदि सरकार की पहलों के सफल कार्यान्वयन के लिए कुशल कामगारों की जरूरत है क्योंकि कुशल कामगार ही ऐसी योजनाओं से प्राप्त ज्यादा से ज्यादा अवसरों का फायदा उठा सकते हैं। डॉ.अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और स्किल इंडिया जैसी नई योजनाओं की भारत को काफी समय से जरूरत थी और इनका लक्ष्य वर्ष 2020 तक लगभग 30 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित करना है।

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