नियमितीकरण की मांग को लेकर अनशन पर बैठे ‘कौशल विकास के तहत प्रशिक्षित’ बस कंडक्टर

शिमला  : हिमाचल प्रदेश के शिमला में गत 5 दिन से बेरोजगार प्रशिक्षित कंडक्टरों का दल आमरण अनशन पर है | प्रशिक्षित परिचालक संघर्ष समिति के बैनर तले जारी अनशन में समिति के अध्यक्ष नरेश पठानिया और प्रशिक्षित बेरोजगार परिचालक संघ के अध्यक्ष जीत सिंह भी शामिल हैं |

प्रशिक्षित बेरोजगार परिचालक संघ के अध्यक्ष जीत सिंह ने कहा कि हमें रोजगार दिया जाए | हमारी नौकरी नियमित की जाए | उन्होंने कहा कि जब तक सरकार और हिमाचल पथ परिवहन निगम हमारी मांग नहीं मान लेता हम अनशन से उठने वाले नहीं हैं, चाहे हमारी जान ही क्यों न चली जाए |

बेरोजगार कंडक्टरों का आरोप है कि कौशल विकास के तहत 5000 लोगों को 75 दिन प्रशिक्षण देने के बाद दो माह से अधिक समय तक हिमाचल पथ परिवहन निगम ने कमीशन देकर उनसे सेवा ली, लेकिन फिर उन्हें निकाल दिया | इनकी मांग है कि इन्हें बसों में नियमित कंडक्टर के तौर पर बहाल किया जाए | ये जानना चाहते हैं कि जब हिमाचल पथ परिवहन निगम में 1300 कंडक्टरों के लिए खाली जगह है तब इनकी सेवा नियमित क्यों नहीं की जा रही?

संघ की एक मांग यह भी है कि कौशल विकास भत्ता के तहत बसों में तैनात प्रशिक्षित कंडक्टरों के लिए परिवहन निगम स्थायी नीति बनाए | संघ ने आरोप लगाया कि जब कभी भी जरूरत होती है तब इन्हें कमीशन देकर इनसे काम लिया जाता है | कमीशन के तौर पर इन्हें मात्र प्रति घंटे 15 रुपए दिए जाते हैं | इनके अनुसार इनका शोषण किया जा रहा है |

Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.