ग्रामीण युवा युवतियों का पलायन रोकने के लिए उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन लाएगा नई योजना

लखनऊ : यदि आप ग्रामीण इलाकों में निवास कर रहे हैं और आप तकनीकी ज्ञान लेकर अपने पैरों पर खड़े होना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। आपको न केवल आपके गांव में तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा बल्कि आपको वहीं पर नौकरी का अवसर भी उपलब्ध होगा। यह संभव होगा, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की नई योजना पं.दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना से।

प्रदेश सरकार की इस नई योजना को ग्रामीण स्तर पर लागू करने की कवायद शुरू हो चुकी है और अगले तीन महीने में इस अमलीजामा पहना दिया जाएगा। 14 से 35 वर्ष तक की आयु वाले युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कंप्यूटर से लेकर बिजली मिस्त्री और मोटर मैकेनिक से लेकर टै्रक्टर मैकेनिक तक का प्रशिक्षण निश्शुल्क दिया जाएगा। बाजार की मांग के अनुरूप ट्रेडों का चयन किया जाएगा, जिससे ग्रामीण युवाओं का पलायन रुक सके और उन्हें स्वरोजगार का मौका उनके गांव के पास ही मिल जाए।

युवतियां भी होंगी शामिल

इस योजना के तहत युवाओं के साथ ही ग्रामीण युवतियों को भी प्रशिक्षण में शामिल किया जाएगा। तीन से नौ महीने प्रशिक्षण के उपरांत युवतियों को स्वयं का या फिर कंपनी के माध्यम से नौकरी का मौका दिया जाएगा। युवतियों को सिलाई कढ़ाई के साथ ही रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाएगा।

ऑनलाइन होगा पंजीयन

कौशल विकास मिशन योजना के तहत निर्धारित कोर्स में ग्रामीण युवा प्रवेश ले सकते हैं। योग्यता के अनुसार अलग-अलग विधाओं में प्रशिक्षण पाने का अवसर मिलेगा। प्रशिक्षण के लिए वेबपोर्टल (यूपीएसडीएम.जीओवी.इन) पर पंजीयन कराया सकता है।

राजेश कुमार, एमडी, उप्र कौशल विकास मिशन ने कहा की उप्र कौशल विकास मिशन के तहत ग्रामीण युवाओं का तकनीकी शिक्षा देने के लिए इस नई योजना की शुरुआत की जाएगी। अगले तीन महीने में हर ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण का अवसर मिलने लगेगा। इससे ग्रामीण युवाओं का शहर की ओर पलायन भी रुकेगा।

Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.