कश्मीरी युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की “उड़ान योजना” अपने मकसद में रही विफल

कश्मीरी युवाओं को रोजगार देने के लिए 2011 में शुरू किया गया उड़ान फ्लैगशिप कार्यक्रम अपने मकसद को हासिल करने में विफल रहा है | हिंदुस्तान टाइम्स की एक विशेष रिपोर्ट के मुताबिक इसके जरिए 22,237 में से 9,780 युवाओं को ही रोजगार हासिल हो पाया | हालांकि इस कार्यक्रम की नोडल एजेंसी नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के पास यह आंकड़ा नहीं है कि इनमें से अभी भी कितने युवा काम कर रहे हैं | बताया जाता है कि कार्यक्रम पर अभी तक 246 करोड़ रुपये खर्च किए जाने के बावजूद यह संख्या तय किए गए लक्ष्य का करीब 10 फीसदी ही है | इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की विफलता की वजह भ्रष्टाचार बताया गया है | उड़ान कार्यक्रम की अवधि इस साल तक की ही है |

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