प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत स्ट्रीट वेंडरों को ट्रेनिंग देगा नेसवी

गुड़गांव : अब खाने के शौकीन लोग ऐप के जरिए यह पता लगा सकेंगे कि कौन से स्ट्रीट वेंडर के पास हाइजीनिक फूड उपलब्ध है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत स्ट्रीट वेंडिंग को प्रमोट करने और स्ट्रीट वेंडर्स को स्मार्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है। स्ट्रीट वेंडरों की लोकेशन, उनके यहां मिलने वाले फूड और कार्ट की फोटो लोग मोबाइप ऐप ‘स्ट्रीट साथी’ के जरिए चेक कर सकेंगे। इसके बाद लोग अपने हिसाब और शौक से मनपसंद खाने का लुत्फ उठा सकेंगे।

मोबाइल ऐप स्ट्रीट साथी पर रजिस्टर्ड स्ट्रीट वेंडरों की लोकेशन, उनकी कार्ट की फोटो उपलब्ध होगी। ऐप डाउनलोड करने पर यूजर जैसे ही कोई फूड आइटम सर्च करेगा तो उसे बताया जाएगा कि उसके सबसे पास वाली लोकेशन पर कौन सा वेंडर हाइजीन फूड मुहैया करा रहा है। ऐप पर ही वेंडर द्वारा बनाए जा रहे सभी प्रकार के फूड की जानकारी होगी। पहले चरण में सिर्फ फूड वाले वेंडरों को ही शामिल किया जा रहा है। आगे फ्रूट व सब्जी विक्रेताओं को भी इसमें शामिल करने का प्लान है।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत नैशनल असोसिएशन स्ट्रीट वेंडिंग ऑफ इंडिया (नेसवी) की ओर स्ट्रीट वेंडरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। पहले चरण में सेक्टर-15 पार्ट टू, झाड़सा रोड और सेक्टर-57 एरिया के करीब 150 स्ट्रीट वेंडरों का चयन किया गया है। योजना के तहत इन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी कि कैसे अपने यहां हाइजीन यानि साफ-सुथरा फूड बनाएं और लोगों को उपलब्ध कराएं। फिलहाल दिल्ली में करीब 22 हजार वेंडर्स ऐप पर रजिस्टर्ड हैं। ट्रेनिंग के बाद एक्सपर्ट इन वेंडरों का इंटरव्यू लेंगे। इंटरव्यू पास करने वाले स्ट्रीट वेंडरों को ही स्ट्रीट साथी ऐप पर रजिस्टर्ड किया जाएगा।

नेसवी के प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर शंकर गिरी ने बताया कि लोगों को स्ट्रीट वेंडरों के पास भी हाइजीन फूड उपलब्ध कराने और उन्हें अवेयर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही गुड़गांव के वेंडरों को इसमें शामिल किया जाएगा। एजेंसी की ओर से समय-समय पर खाने की क्वॉलिटी भी चेक की जाएगी।

Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.