कौशल विकास कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और ब्लैक लिस्टेड करने के लिए मिशन निदेशक को प्रभारी मंत्री ने भेजा पत्र

झांसी : उप्र कौशल विकास मिशन के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण देने वाली ‘जीवन ज्योति शिक्षण एवं जन कल्याण समिति’ मोदीनगर, गाजियाबाद ने प्रशिक्षण केंद्रों का किराया और प्रशिक्षण देने वालों को पैसे का भुगतान नहीं किया, जो चेक दिए, वह बाउंस हो गए। इस पर जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र/ जिला समन्वयक के उपायुक्त सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और ब्लैक लिस्टेड करने के लिए मिशन के निदेशक को चिट्ठी लिखी है।

युवाओं को कौशल विकास मिशन के अंतर्गत बैंकिंग, अकाउंट, इलेक्ट्रिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऐसी रिपेयरिंग, टैली अकांउटिंग, ब्यूटी पार्लर, फैशन डिजायनिंग समेत कई तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि युवा अपने पैरों पर खड़े हो सकें। जीवन ज्योति शिक्षण एवं जन कल्याण समिति भी युवाओं को प्रशिक्षण देती है। 2014 में कंपनी ने 572 युवाओं को फैशन डिजायनिंग और ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण देने के लिए जिले में 05 केंद्र खोले थे। इन केंद्रों का किराया व प्रशिक्षण देने वालों ने कई बार भुगतान मांगा, लेकिन नहीं दिया गया। इस पर जिला समन्वयक ने उप्र कौशल विकास मिशन के निदेशक को पत्र लिखा तो वहां से 22 मार्च 2017 तथा 07 सितंबर 217 को भुगतान करने का निर्देश दिया गया तो कंपनी ने चेक दिया, लेकिन चेक बाउंस हो गया और भुगतान नहीं हो सका।

पिछले दिनों आए प्रभारी मंत्री और प्रदेश के आरईएस मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह से इसकी शिकायत की गई थी। जन सुनवाई वेब पोर्टल पर भी शिकायत की गई तो प्रभारी मंत्री ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला समन्वयक सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मिशन निदेशक को पत्र भेजा गया है, जिसमें कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने और एफआईआर कराने को कहा गया है।

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