घोटाले में जमीन फंसने के कारण कौशल विकास विश्वविद्यालय बनने में हो सकती है देरी

लखनऊ : कौशल विकास विश्वविद्यालय बनने में अब थोड़ी देरी हो सकती है। बाराबंकी में एकेटीयू की जिस 32 एकड़ जमीन पर इसका निर्माण होने की योजना थी वह घोटाले में फंस गई है। कमिटी निरीक्षण करने गई थी, जब वहां के जिम्मेदारों से पूछा गया तो जमीन कई टुकड़ों में दिखाई गई। इस पर विवि की बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया जा सकता।

कौशल विकास विश्वविद्यालय बनाने की जिम्मेदारी जिस कमिटी की है उसमें एकेटीयू वीसी प्रो. विनय पाठक भी हैं। एकेटीयू पर ही इस विवि को स्थापित करने की जिम्मेदारी भी है। पिछली सरकार में इस विवि की स्थापना का प्रॉजेक्ट शुरू किया गया था जो अब भी जारी है। एकेटीयू वीसी ने बताया कि हम सरकार को जल्द ही रिपोर्ट सौंपने वाले हैं जिसमें यह विवि कैसे शुरू किया जाएगा इसका पाठ्यक्रम, और कोर्सेज का ब्योरा दिया जाएगा। इसके बाद सरकार को निर्णय लेना है कि वह कब इसे शुरू करती करती है।

जमीन के लिए जाएंगे सीएम के पास

एकेटीयू वीसी प्रो. विनय पाठक ने बताया कि जमीन सरकार ने एकेटीयू को दी थी। चकबंदी में जो हुआ उसके निस्तारण तक तो इंतजार करना होगा। हालांकि हम सीएम से शिकायत करेंगे। अब सरकार एकेटीयू को जमीन वापस दिलावाएगी।

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