बिहार महादलित मिशन की कौशल विकास योजना में बड़ा घोटाला, दो वर्तमान व दो रिटायर्ड IAS सहित 10 पर FIR

पटना : सृजन घोटाले के बाद बिहार में एक और घोटाला उजागर हुआ है। करीब चार करोड़ का यह नया घोटाला महादलित विकास मिशन में हुआ है। निगरानी ने इस मामले में दो वर्तमान आइएएस, दो सेवानिवृत आइएएस सहित 10 को नामजद करते हुए एफआइआर दर्ज की है। एफआइआर की प्रति पटना स्थित निगरानी की विशेष अदालत को भेज दी गई है। अब निगरानी अन्वेषण ब्यूरो आरोपितों की गिरफ्तारी की तैयारी में है।

क्या है मामला

महादलित विकास मिशन को सफल बनाने के लिए बिहार सरकार ने करोड़ों रुपये आवंटित किए। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले महादलित अभ्यर्थियों को सुविधाएं और साधन देने के लिए श्रीराम न्यू होरिजन और आइआइआइएम कंपनी को टेंडर दिया गया। आइआइआइएम का पटना के बोरिंग रोड स्थित कल्पना मार्केट में शाखा कार्यालय है।

निगरानी के अनुसार आरोपितों ने मिलकर एक षड्यंत्र के तहत प्रशिक्षण लेने वालों का गलत आंकड़ा और खर्च दिखा 2010 से 2016 के बीच मिशन के अंतर्गत चल रही योजनाओं के नाम पर करोड़ों रुपये डकार लिए। घोटाला उजागर होने के बाद मिशन की ओर से मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया। पत्र के आलोक में सरकार ने जांच का जिम्मा निगरानी को सौंपा।

निगरानी अन्‍वेषण ब्‍यूरो ने निगरानी डीएसपी अरुण कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर जांच प्रारम्भ किया। प्रारंभिक जांच के बाद डीएसपी के आवेदन के आधार निगरानी कांड संख्या 81/2017 दर्ज किया गया।

क्या है महादलित विकास मिशन

महादलितों के उत्थान के लिए 2007 में बिहार सरकार ने महादलित विकास मिशन का गठन किया था। यह मिशन 2010 से कार्य करने लगा। मिशन को विकास मित्रों की नियुक्ति, सामुदायिक भवन सह कार्य शेड का निर्माण, सहायता कॉल केंद्र की स्थापना, विशेष विद्यालय सह छात्रावास का निर्माण, दशरथ मांझी कौशल विकास योजना, मुख्यमंत्री महादलित रेडियो योजना के तहत रेडियो वितरित करने, मुख्यमंत्री पोशाक योजना के तहत पोशाक का वितरण करने की बिहार सरकार ने स्वीकृति दी थी।

एफआइआर में हुए नामजद

1. आइएएस रवि मनु भाई परमार (मिशन के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी व मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के वर्तमान उपाध्यक्ष)
2. निलंबित आइएएस एसएम राजू (बिहार महादलित विकास मिशन के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी)
3. सेवानिवृत आइएएस केपी रमैया (मिशन के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी एवं बिहार भूमि न्याय अधिकरण, पटना के वर्तमान सदस्य)
4. सेवानिवृत आइएएस रामाशीष पासवान (मिशन के तत्कालीन निदेशक)
5. प्रभात कुमार (मिशन के तत्कालीन निदेशक सेवानिवृत बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी)
6. देवजानी कर (मिशन की राज्य परियोजना पदाधिकारी)
7. उमेश मांझी (मिशन के राज्य परियोजना प्रबंधक)
8. शरत कुमार झा (कोलकाता आधारित साल्ट लेक सिटी स्थित इंडस इंटेगरेटेड इंफॉरमेशन मैनेजमेंट लिमिटेड के निदेशक)
9. सौरभ बसु (न्यू देहली आधारित श्रीराम न्यू होरिजन कंपनी के उपाध्यक्ष)
10. जयदीप कर (पटना बेलीरोड के जगत अमरावती अपार्टमेंट के निवासी)

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