स्वीडिश संस्था के साथ हुए समझौते से हरियाणा की वोकेशनल शिक्षा को बनाया जाएगा प्रभावी

नारनौल : शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में सीनियर सेकंडरी स्तर पर कौशल विकास के तहत बच्चों में रोजगारपरक कौशल की वृद्घि की जाएगी। इसके लिए अगले शैक्षणिक सत्र से 100 सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूलों में एक पायलट परियोजना शुरू की जाएगी। सीखने का यह अपनी तरह का एक मॉडल होगा। जिसके तहत वोकेशनल शिक्षा को और प्रभावी बनाया जाएगा।

यह पायलट परियोजना स्वीडिश संस्था एनएसडीसी कुनसकापसकोलन, द्वारा शुरू की जाएगी। अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत हरियाणा में वोकेशनल शिक्षा में सुधार किया जा रहा है। इसी के तहत इस पायलट परियोजना को सीखने के लिए वैयक्तिक उद्देश्य हासिल करने के लिए बनाया गया है। इसके साथ साथ जीवन के कौशल जैसे कि प्रभावी संपर्क डिजिटल साक्षरता, उद्यमीकरण, क्रिटिकल सोच, समस्या निवारण, स्वयं प्रबंधन इत्यादि इस प्रस्तावित नवीनतम तकनीक प्रणाली में होगी। जो विद्यार्थियों को मदद करेगी। इस वर्ष के दौरान इस पायलट कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए 9.4 करोड़ रुपए की राशि का निवेश किया जाएगा। जिसमें से एनएसडीसी के साथ हुए समझौते के तहत 3.4 करोड़ रुपये का निवेश केईडी और मानव रचना अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा।

इसी प्रकार भारत में कार्यरत स्वीडिश कंपनियों के माध्यम से सीएसआर फंडिंग द्वारा 3 करोड़ रुपए और हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग के माध्यम से इनोवेशन फंड तीन करोड़ रुपए का निवेश होगा। इन कौशल कार्यक्रमों के लिए इन स्कूलों में अध्यापकों का चयन किया जाएगा और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। एनएसयूएफ सहित डिजिटल कन्टेंट, उपकरण के साथ केईडी तकनीक और प्रणाली के प्रयोग के लिए मार्च 2018 से पहले किया जाएगा।

स्काउट्स का भी लेंगे सहयोग

पायलट परियोजना में स्काउट्स के शिक्षकों को भी सहयोगी बनाया जाएगा। जो वोकेशनल अध्यापकों के साथ साथ उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण की जानकारी देंगे। वोकेशनल पाठ्यक्रम को अपनाने वाले छात्रों का स्काउट्स एण्ड गाइड्स में पंजीकरण किया जाएगा। स्काउट अपनाने वाले छात्रों को इस परियोजना के तहत वोकेशनल पाठ्यक्रमों को अपनाने को प्रोत्साहित किया जाएगा।

डॉ केके खंडेलवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग हरियाणा ने बताया कि शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा की उपस्थिति में हुई हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की बैठक में इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई है। इसके अलावा बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई है। जिसमें रिटेल आईटी और ड्यूटी एण्ड वैलनेस कौशल को चिंहित किया गया है। इसी पर सारा फोकस है।

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