एमडीयू में कौशल विकास के होंगे काेर्स, बनेगा दीनदयाल उपाध्याय उद्यमशीलता एवं कौशल विकास संस्थान

चंडीगढ़ : एमडीयू में अब आने वाले समय में कौशल विकास और उद्यमशीलता के लिए भी सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स करवाए जा सकेंगे। इसका प्रारूप तैयार कर लिया गया है। इन कोर्स के जरिये नए समय में उभरते स्टार्टअप और उद्योग लगाने जैसे व्यवहारिक ज्ञान को साझा किया जाएगा। एमडीयू की जेएलएन के साथ लगती खाली पड़ी जमीन पर दीनदयाल उपाध्याय उद्यमशीलता एवं कौशल विकास संस्थान बनाया जाएगा। संस्थान के लिए विशेष डिजाइन पर नक्शा तैयार करवाया जा रहा है। इसके लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम से भी करार किया गया है। उच्चतर शिक्षा विभाग भी इस मामले में रुचि दिखा रहा है।

प्रो.बिजेंद्र कुमार पूनिया, कुलपति, एमडीयू ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी वर्ष के तहत एमडीयू में उद्यमशीलता और कौशल विकास के तहत संस्थान बनाया जाएगा। इसके लिए काम शुरू हो चुका है। एमडीयू में विद्यार्थियों को दीनदयाल उपाध्यक्ष के एकात्म मानववाद दर्शन को समझने और शोध करने के लिए चेयर भी बनाई गई है। –

आरओबी के नीचे से बनेगा रास्ता

नए बनने वाले संस्थान को एमडीयू परिसर से थोड़ी दूरी पर ही बनाया जाना है, चूंकि दिल्ली बाइपास से झज्जर बाइपास के लिए बीच से रास्ता बनने के बाद अब एमडीयू की जमीन हिस्सों में बंट गई है। ऐसे में रेलवे ओवरब्रिज के नीचे से ही संस्थान में जाने के लिए व्यवस्था की जाएगी।

एनएसडीसी ने तैयार किया है पाठ्यक्रम

देशभरमें राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की ओर से पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं। दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी वर्ष के तहत बुधवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के सरकारी प्राइवेट विश्वविद्यालयों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। इसमें एमडीयू से कुलसचिव जितेंद्र भारद्वाज और एकेडमिक अफेयर्स के डीन प्रो. अजय कुमार राजन ने शिरकत की। इस दौरान दीनदयाल उपाध्यक्ष शताब्दी वर्ष के तहत किए गए कामों पर चर्चा की गई। एमडीयू में दीनदयाल उपाध्याय के सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर रूरल डेवलपमेंट के तहत ही पंचायत प्रतिनिधियों के कोर्स को करवाया गया है। इसी के साथ यह कोर्स करवाने वाला एमडीयू पहला विवि भी बन गया है।

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