पूर्वोत्तर पर एनएसडीसी के ध्यान केंद्रित करने से कौशल विकास को मिलेगी नयी ऊँचाई : जयंत कृष्णा

गुवाहाटी : पूर्वोत्तर भारत के कई क्षेत्रों में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम एनएसडीसी द्वारा रोजगार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ क्षेत्र में कौशल विकास पहलों को नयी गति मिली है।

एनएसडीसी के मुख्य संचालक अधिकारी जयंत कृष्णा ने बताया कि एनएसडीसी, एक सार्वजनिक निजी सहभागिता कार्यक्रम है जिसका लक्ष्य कौशल विकास को बढ़ावा देना है। एनएसडीसी ने वर्ष 2017-18 के लिये क्षेत्र में 2.46 लाख व्यक्तियों के कौशल प्रशिक्षण का लक्ष्य निर्धारित किया है।

कृष्णा ने पीटीआई-भाषा को बताया, पर्यटन एवं आतिथ्य सत्कार, वस्त्र, सुंदरता एवं स्वास्थ्य, हथकरघा एवं हस्तशिल्प जैसे कई क्षेत्रों के साथ पूर्वोार भारत कौशल विकास के लिये फोकस क्षेत्र है और इसमें काम करने वाले लोगों के प्रक्षिक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है।

लक्षित एवं प्राथमिक सेक्टर का फैसला बहु आर्थिक संकेतों के आधार पर किया गया है जिसमें कामकाजी उम्र के लोगों की आबादी का जनसांख्यिकीय कारक, कौशल-अंतर अध्ययन एवं क्षेत्र में संपूर्ण आर्थिक गतिविधियां शामिल हैं। एनएसडीसी पूर्वोार क्षेत्र विकास डीओएनईआर मंत्रालय की क्षमता निर्माण योजना को लागू कर रहा है। मंत्रालय कौशल विकास के लिये कोष उपलब्ध कराता है।

कृष्णा ने कहा कि वे अपना उद्यम शुरू कर सकें यह सुनिश्चित करने के भी प्रयास किये जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य ना केवल क्षेत्र में बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी प्रशिक्षित लोगों को पैसा कमाने में सक्षम बनाना है।

उन्होंने कहा, महिला उद्यमियों के लिये डिजिटल साक्षरता पर कार्यशाला के आयोजन के लिये एनएसडीसी ने अमेजन की मेरी सहेली कार्यक्रम के साथ भी भागीदारी की है। प्रशिक्षण महिलाओं की उद्यमिता कौशल और टिका आजीविका के स्रोत विकसित करने पर केंद्रित होगा।

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