मार्च से होगा बदलाव, कौशल विकास केंद्रों की होगी सख्त मॉनीटरिंग

पटना : कुशल युवा कार्यक्रम के तहत चल रहे कौशल विकास कार्यक्रम के कोर्स में मार्च से बदलाव हो रहा है। मौजूदा कोर्स अपग्रेड होंगे। अपग्रेड कोर्स की निगरानी और सख्त होगी। खासकर क्लास रुम की निगरानी और सख्ती के साथ हो सकेगी।

अभी 240 घंटे के कोर्स में 120 घंटे लैब में और 120 घंटे का प्रशिक्षण क्लास रूम में चलता है। आॅनलाइन सेवा की ट्रेनिंग को और व्यापक बनाया जायेगा। अभी राज्य में 1300 से अधिक केंद्रों पर प्रशिक्षण चल रहे हैं। 1.76 लाख युवा ट्रेनिंग ले चुके हैं, जबकि 90 हजार ट्रेनिंग ले रहे हैं।

जनवरी में 200 से अधिक और कौशल विकास केंद्रों पर ट्रेनिंग की शुरुआत हो जायेगी। 240 घंटे के प्रशिक्षण पर सरकार प्रति युवा 7428 रुपये खर्च कर रही है। सरकार का लक्ष्य पांच साल में एक करोड़ लोगों का कौशल विकास करना है। श्रम संसाधन विभाग के अलावा अन्य 14 विभागों ने भी कौशल विकास प्रशिक्षण का कार्यक्रम शुरू कर दिया है।

अभी 240 घंटे के प्रशिक्षण में 120 घंटे कंप्यूटर की जानकारी दी जाती है। इसके अलावा 80 घंटे हिंदी व अंग्रेजी संवाद कला और 40 घंटे व्यवहार कौशल का प्रशिक्षण मिलता है। कंप्यूटर की शिक्षा लैब में दी जाती है। कौशल विकास मिशन इसका ऑनलाइन मॉनीटरिंग करता है। प्रशिक्षण कोर्स में आॅनलाइन सर्विस को भी जोड़ा गया है। जीएसटी का रिटर्न भरने के लिए इन केंद्रों का उपयोग होगा।

प्रशिक्षण के दौरान युवा देते हैं 400 टेस्ट

कौशल विकास प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 120 घंटे के प्रशिक्षण में 400 टेस्ट देने होते हैं। प्रशिक्षण का कोर्स बहुत ही सरल तरीके का है और हिंदी-अंग्रेजी दोनों में है। प्रशिक्षाणर्थियों को जो स्टडी मेटेरियल दिया जाता है वह हिंदी-अंग्रेजी दोनों में है। रोजाना 4 घंटे का प्रशिक्षण मिलता है। प्रशिक्षण केंद्र में ट्रेनर रहते हैं और जरूरत पड़ने पर मदद करते हैं। कौशल विकास के प्रशिक्षण के दौरान ही प्रशिक्षार्थियों को 400 टेस्ट में 80 अंक मिल जाते हैं। प्रशिक्षण के दौरान ही टेस्ट होता रहता है और उसी के आधार पर मार्किंग होती जाती है।

ट्रेनरों को मिल रहा है प्रशिक्षण

मार्च से अपग्रेड हो रहे कोर्च का संचालन बेहतर तरीके से हो इसके लिए कौशल विकास के केंद्र के ट्रेनरों का प्रशिक्षण शुरु हो गया है। पहले फेज में तीन दिन की ट्रेनिंग मास्टर ट्रेनरों को दी जा रही है। इसके बाद ये लोग अन्य ट्रेनरों को प्रशिक्षण देंगे। 60-60 के बैच में ट्रेनिंग मिल रही है। करीब पांच हजार ट्रेनरों को प्रशिक्षण मिलेगा। मार्च के पहले तक सभी की ट्रेनिंग पूरी हो जायेगी।

मार्च से पाठयक्रम को अपग्रेड किया जायेगा। इसके लिए अब ट्रेनरों की ट्रेनिंग शुरू हो गयी है। प्रशिक्षण और रोजगारोन्मुखी होगा। इसकी आॅनलाइन मॉनीटरिंग और सख्त होगी।

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