भारत-ऑस्ट्रेलिया कौशल विकास, स्कूल नीति और व्यावसायिक शिक्षा में सहयोग बढ़ाने पर सहमत

नई दिल्ली / मेलबर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को एक द्विपक्षीय बैठक में संस्थान भागीदारी, स्कूल नीति, कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया। इस दौरान दोनों देशों के शिक्षण संस्थानों के बीच तीन सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर हुए।

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ शिक्षा संवाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मैल्कम टर्नबुल द्वारा दोनों देशों के बीच शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान संबंधों को मजबूत करने के लिए अप्रेल 2017 में की गई प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि हुई।

जावड़ेकर शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के एडीलेड में आयोजित ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा परिषद् (एआईईसी) की बैठक में शामिल होने पहुंचे चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। मंत्री ने ट्वीट किया है कि एडीलेड में ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा एवं प्रशिक्षण मंत्री सिमोन बर्मिंघम के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई।

संस्थान भागीदारी, स्कूल नीति, ऑनलाइन शिक्षा, कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा तथा प्रशिक्षण में सहयोग पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि बर्मिंघम के साथ उनकी चर्चा सार्थक रही और यह भारत, ऑस्ट्रेलिया को शिक्षा सहयोग में एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी।

बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय और भारत की सेंचुरियन यूनिवर्सिटी के बीच एक सहमति पत्र, कार्टिन विश्वद्यालय और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के बीच एक पीएचडी समझौते तथा डीकिन विश्वविद्यालय और केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के बीच एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।

इस बैठक के बाद जारी संयुक्त संदेश में कहा गया है कि सहयोग मानव संसाधन विकास मंत्रालय और ऑस्ट्रेलियाई पाठ्यक्रम आकलन एवं रिपोर्टिंग प्राधिकरण के बीच प्रस्ताव के जरिए क्रियान्वित किया जाएगा, जहां भारतीय पाठ्यक्रम विशेषज्ञ ऑस्ट्रेलियाई पाठ्यक्रम समीक्षा का अवलोकन करेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मंत्रियों ने ऑस्ट्रेलिया भारत शिक्षा परिषद के योगदान की भी सराहना की।

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