नई दिल्ली : फ्रांस की कंपनी श्नाइडर इलेक्ट्रिक देश भर में 500 जिलों में अपना प्रशिक्षण केंद्र खोलेगी और उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने में मदद करेगी। इसका जोर बिजली, सौर तथा आटोमेशन क्षेत्रों पर होगा।
कौशल विकास और उद्यमिता तथा फ्रांस के शिक्षा मंत्रालय के बीच गठजोड़ से दोनों देशों की इकाइयों के बीच सार्वजनिक-निजी भागीदारी पीपीपी माडल के जरिए सहयोग बढ़ेगा। इसका मकसद देश के बिजली क्षेत्र में कुशल कामगारों की कमी को दूर करना है।
उर्जा प्रबंधन तथा आटोमेशन क्षेत्र की विशेषज्ञ कंपनी श्नाइडर प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना पीएमकेवीवाई के तहत 100 ‘बेसिक इलेक्ट्रिशियन लैब’ में मदद करेगी।
सहमति पत्र पर दस्तखत के दौरान आयोजित कार्यक्रम से इतर बातचीत में कौशल विकास और उद्यमिता मामलों के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार राजीव प्रताप रूडी ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर बिजली क्षेत्र में इलेक्ट्रिशियन समेत दुनिया भर में कुशल कामगारों की भारी कमी है बिजली उत्पादन में वृद्धि के कारण आने वाले समय में जो अतिरिक्त कार्यबल की जरूरत होगी, उसे श्नाइडर के साथ गठजोड़ के जरिए पूरा किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत श्नाइडर के प्रशिक्षण केंद्र देश के 500 जिलों में खोले जाएंगे।’’
इसके अलावा उत्कृष्टता केंद्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थापित किए जाएंगे। इसमें बिजली, सौर तथा आटोमेशन क्षेत्र में प्रशिक्षणकर्ताओं के प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं विकास तथा विशेष कारपोरेट कार्यक्रमों पर जोर होगा।’’
श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लि. के क्षेत्रीय अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक अनिल चौधरी ने कहा, ‘‘इस गठजोड़ के तहत 100 तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र देश भर में खोले जाएंगे जहां आर्थिक रूप से कमजोर बेरोजगार युवाओं को बिजली के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा और देश में उपलब्ध अवसर का लाभ उठाने में मदद दी जाएगी।’’
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा, ‘‘यह बड़ी पहल है जो भविष्य में रोजगार के काफी अवसर खोलेगी।’’
पहला एमओयू पर भारत के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय तथा फ्रांस के शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं शोध मंत्रालय के बीच हस्ताक्षर किए गए।
दूसरा समझौता राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, फाउंडेशन आफ फ्रांस, श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया फाउंडेशन और पावर सेक्टर स्किल काउंसिल के बीच दस्तखत किए गए।
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