नई दिल्ली : केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के तीन साल पूरे हुए हैं। इसके बाद सरकार ने अपने सभी मंत्रियों को उनके मंत्रायल के तीन सालों का लेखा-जोखा और उपलब्धियां जनता के सामने लाने का आदेश दिया है। इसी को लेकर भारत सरकार कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी भी अपने मंत्रायल का लेखा-जोखा लेकर मीडिया से मुखाबित थे। वैसे भी कौशल विकास मंत्रालय पीएम नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया को प्रमोट करता है। इसलिए इस मंत्रायल को लेकर सरकार औऱ जनता दोनों ही खासा उत्सुक रहते हैं।
बीते 3 सालों का लेखा-जोखा देते हुए राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि मंत्रालय का काम-काज बहुत बेहतर रहा है। हमारी तुलना 60 साल वाले मंत्रालयों से करना गलत होगा क्योंकि 3 साल में मंत्रालय ने कुर्सी टेबल रखने के साथ देश में 1.17 करोड़ युवाओं को रोजगार के लिए हुनरमंद बनाने का काम कर रहा है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि जल्द ही सरकार की योजना है कि 480 जिलों में प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र खोले जाने की, जिससे युवाओं को ज्यादा से ज्यादा हुनरमंद बनाया जा सके।
लेकिन जब उनसे रोजगार सृजन को लेकर सवाल पूछे गये तो मंत्री जी ने कहा आपकी सोच गलत है हमारे मंत्रालय का काम रोजगार देना नहीं बल्कि हुनरमंद बनाना है। जिससे युवा जो हुनरमंद है वो स्वरोजगार कर जीविकोपार्जन कर सकता है। उन्होने कहा कि इस दिशा में हम काम कर रहे हैं। देश मे प्रधानमंत्री कौशल केंद्रों के साथ अब 100 अंतरराष्ट्रीय कौशल केन्द्रों की जल्द ही शुरूआत भी की जायेगी । जिससे ट्रेंड होकर युवाओं को देश से बाहर जाने का अवसर भी मिल सकता है। मंत्रालय का काम रोजगार मंद युवाओं को तकनीकि और जीविकोपार्जन हेतु हुनरमंद बनाना है। जो कि मंत्रालय पूरा कर रहा है।
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