शिमला : जिला बाल संरक्षण कमेटी की बैठक उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि जिला के बाल तथा बालिका आश्रमों व चिल्ड्रन होम में रह रहे जमा एक व जमा दो कक्षा के विद्यार्थियों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि आश्रमों में विद्यार्थियों के विकास के लिए खेलकूद गतिविधियों के लिए आधारभूत ढांचा और सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को आश्रमों में चल रहे निर्माण कार्यो को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी बाल-बालिका आश्रमों के विद्यार्थियों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण भी सुनिश्चित किया जा रहा है। हर उपमंडल में उपमंडल अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर आश्रमों का नियमित रूप से निरीक्षण भी किया जा रहा है।
जिला के बाल आश्रम टुटी कंडी में 39, बालिका आश्रम मशोबरा (अर्की) में 47, बाल आश्रम मशली में 23, सुन्नी में 23, सराहन में 31, बालिका आश्रम दुर्गापुर में 41, कस्तूरबा गाधी बाल आश्रम रॉकवुड में 32, ढली में 83 और दृष्टि बाधित बच्चों के लिए स्कूल में 29 बच्चे हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश भारद्वाज ने विभिन्न बाल बालिका आश्रमों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर बाल संरक्षण आयोग की महासचिव राज कुमारी सोनी, कमेटी के सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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