मानदेय को भटक रहे कौशल विकास के प्रशिक्षक

फीरोजाबाद (उत्तर प्रदेश ) : बेरोजगारों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षक अपने मानदेय को भटक रहे हैं। परेशान प्रशिक्षकों को अनुबंधित कंपनी भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रही है।

बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर रोजगार की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए जिले में नीफा इंफोकॉम्प प्राइवेट लिमिटेड जयपुर ने प्रशिक्षण केंद्र संचालित किया है। संस्था का प्रशिक्षण केंद्र बीएसजी पब्लिक स्कूल सेक्टर एक सुहाग नगर में संचालित था। बुधवार को डीएम दफ्तर पहुंचे कंपनी के प्रशिक्षकगण मोहित यादव, काजल शर्मा, हरेंद्र कुमार, शिल्पी शर्मा और गरिमा भारद्वाज ने बताया कि कई माह से वह प्रशिक्षण केंद्र पर विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं। एक अप्रैल 2016 को कंपनी ने अपना प्रशिक्षण केंद्र बदल कर नगला बरी पर स्थानांतरित कर दिया। इस स्थानांतरण के साथ ही स्टाफ को काम से हटा दिया गया। प्रशिक्षकों का कहना है मानदेय मांगने पर कहा गया कि वेतन यूपी कौशल विकास मिशन (यूपीएसडीएम) से आएगा, तब भुगतान कर दिया जाएगा।

प्रशिक्षकों के अनुसार, सितंबर में नगला बरी स्थित केंद्र पर कहा गया कि केंद्र पर नए स्टाफ की तैनाती हो गई है। प्रशिक्षणार्थी सिकंदरा में स्थित कंपनी के दफ्तर पर गए तो वहां से कहा गया कि अभी तक मानदेय नहीं आया है। प्रशिक्षणार्थियों ने जिला प्रोग्राम मैनेजर विवेक कुलश्रेष्ठ को भी इसकी शिकायत की है। मोहित का नौ माह तथा अन्य का दो से तीन माह का मानदेय बकाया है।

पूर्व में फर्जी नियुक्ति पत्र में फंसी थी कंपनी

वाह-वाही लूटने के लिए ये कंपनी पूर्व में मुख्यमंत्री के हाथों फर्जी नियुक्ति पत्र बंटवाने के मामले में भी फंस चुकी है। आगरा में संपन्न समारोह में बांटे गए नियुक्ति पत्रों के फर्जी होने पर काफी हंगामा भी हुआ था, लेकिन उस वक्त तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत से मामले को दबा दिया गया।

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