फ़िरोज़ाबाद (उत्तर प्रदेश ): कौशल विकास मिशन योजना के प्रशिक्षण में मिले धोखे से खफा थे युवा, प्रमाणपत्र और प्लेसमेंट न मिलने पर लगाया जाम, जाम खुलवाने को पुलिस ने सख्ती की।
कौशल विकास मिशन योजना में पहले तो छह माह का प्रशिक्षण एक साल में पूरा हुआ, उसके बाद प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को न तो प्रमाण मिले और न प्लेसमेंट मिला। इससे खफा प्रशिक्षणार्थियों ने शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे हाईवे पर जाम लगा दिया। जाम खुलवाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। प्रशिक्षणार्थियों को बेरहमी से पीटा, बाल पकड़कर घसीटते हुए उन्हें जीप में डालकर थाने ले गए। तीन प्रशिक्षणार्थियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
इन्हें कौशल विकास मिशन के तहत नीफा और इंडीग्राम कंपनी ने मेेडिकल एंड नर्सिंग का का प्रशिक्षण दिया गया था। शुक्रवार को सुबह ये प्रशिक्षणार्थी जिला उद्योग केंद्र पहुंचे और प्रमाणपत्र व प्लेसमेंट के लिए हंगामा और नारेबाजी की। यहां कोई सुनवाई नहीं होने पर ये गांधी पार्क होते हुए जुलूस की शक्ल में सुभाष तिराहे पर पहुंचे और दोनों साइड का हाईवे जाम कर दिया। जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष दक्षिण पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने जाते ही प्रशिक्षणार्थियों को हड़काते हुए जाम खुलवाने का प्रयास किया, जेल भेजने की धमकी दी। इसके बाद भी जाम नहीं खोला तो जाम में शामिल प्रशिक्षणार्थियों के बाल पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। उन्हें घसीटते हुए जीप में डालने लगे। गाड़ी के अंदर भी लाठियों से पीटा गया। पुलिस कर्मियों के इस रुख से जाम लगाने में शामिल युवतियां चीखने लगी। काफी देर तक अफरा-तफरी और भगदड़ का माहौल यहां बना रहा।
मीडिया कर्मियों से भी की गाली गलौज
सुभाष तिराहे पर प्रशिक्षणार्थियों के साथ पुलिस की मारपीट को कैमरों में कवर कर रहे छायाकारों के साथ भी पुलिस कर्मियों ने गाली गलौच की और उनके कैमरे छीनने की कोशिश की। इससे मीडिया कर्मियों में भी रोष है।
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