झारखंड में देश के तीसरा रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय का हुआ शुभारंभ, झारखंड औद्योगिक सुरक्षा बल का गठन जल्द

रांची: रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय का सोमवार को शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इस विवि की स्थापना जनहित में एक व्यापक प्रयास है। वहीं, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य में झारखंड औद्योगिक सुरक्षा बल का गठन जल्द होगा। इसमें राज्य के लोगों को शामिल किया जाएगा। राज्यपाल व मुख्यमंत्री झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के विधिवत शुभारंभ के बाद कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

युवाओं को उचित मार्गदशन प्रदान करने में होगा कारगर

इस मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सैन्य एवं पुलिस सेवा में जाने के लिए यहां के युवाओं में उत्साह रहता है। वे मेहनत करते हैं लेकिन उचित मार्गदशन के अभाव में उन्हें सफलता नहीं मिलती। अब यह विश्वविद्यालय ऐसे युवाओं को उचित मार्गदशन प्रदान करने में कारगर साबित होगा। राज्यपाल ने कहा कि यह विश्वविद्यालय शांति व्यवस्था कायम करने का वाहक बनेगा। झारखंड में साइबर अपराध एक चुनौती के रूप में उभरा है। यहां के छात्रों को इस चुनौती का सामना करना है। पढ़ाई के साथ-साथ छात्र नैतिकता का भी पाठ पढ़ें। वे यह समझें कि मानव में मानवता होनी चाहिए।

10 वीं पास गरीब युवाओं को पुलिस विज्ञान के डिप्लोमा कोर्स में मिलेगी प्राथमिकता

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस अवसर पर कहा कि राज्य में झारखंड औद्योगिक सुरक्षा बल का गठन जल्द होगा। इसमें राज्य के लोगों को शामिल किया जाएगा। राज्य में हुनरमंद मानव संसाधन को विकसित करने की आवश्यकता है। सरकार राज्य के युवाओं को दक्ष करेगी ताकि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में राज्य के युवा अपनी प्रतिभा दिखा कर राज्य को आगे ले जा सकें। उन्होंने कहा कि 10 वीं पास गरीब युवाओं को पुलिस विज्ञान के डिप्लोमा कोर्स में प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य उच्च शिक्षा के मानक में काफी पीछे है। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने उच्च शिक्षा का अलग विभाग बनाकर सचिव की नियुक्ति की। इस माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड सरकार तेजी से कार्य कर रही है। इसका परिणाम है कि कम समय में रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में पढ़ाई का शुभारंभ हुआ। राज्य में बड़ी संख्या में उच्च शिक्षण संस्थान खुलेंगे और छात्रों को कौशल विकास से भी जोड़ा जायेगा। ताकि वे पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना सकें। इसके अतिरिक्त उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आनेवाले दिनों में राज्य सरकार पांच मेडिकल कॉलेजों की स्थापना करेगी। अगले तीन वर्ष में योजनाबद्ध तरिके से सभी विधानसभा क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में कुल 100 कॉलेज की स्थापना की जाएगी।

विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को भी दक्ष किया जाएगा

सीएम ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में राज्य की अलग पहचान के लिए दक्ष लोगों की जरूरत है। आने वाले दिनों में विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को भी दक्ष किया जाएगा। ताकि वे जान सकें कि वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में उन्हें कैसे काम करना है। राज्य सरकार ने तय किया है कि गांव में निवास करने वाले युवक, युवतियों और महिलाओं को प्रशिक्षित कर उनकी योग्यता एवं इच्छा अनुसार दक्ष बना कर उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर की जाएगी। उन्होंने उपस्थित शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आपको काफी मेहनत करने की जरूरत है। ताकि यह विश्वविद्यालय पूरे देश में अपनी अलग पहचान स्थापित कर सके।

झारखंड में देश का यह तीसरा विश्वविद्यालय

शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव ने कहा कि सुरक्षा संबंधी शिक्षण और प्रशिक्षण में दक्षता प्रदान करने में रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण योगदान देगा। राज्य के लिए यह गौरव का विषय है कि झारखंड में देश का यह तीसरा विश्वविद्यालय है। शिक्षा विभाग लगातार शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता प्रदान करने के लिए कार्य कर रहा है। राज्य सरकार ने काफी कम समय में इस विश्वविद्यालय को प्रारंभ करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय राज्य के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने और अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में भी मील का पत्थर साबित होगा। यहां के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस उस प्रतिभा को निखारने के लिए पहल करने की जरूरत है।

उच्च शिक्षा के लिए यह ऐतिहासिक कदम

उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य के विकास एवं उच्च शिक्षा के लिए यह ऐतिहासिक कदम है। यहां छात्रों को श्रेष्ठ से श्रेष्ठतर शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। यह विश्वविद्यालय रिसोर्स संस्थान के रूप में विकसित होगा।

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