नई दिल्ली : कौशल विकास प्रशिक्षण-2 योजना के तहत प्रशिक्षण के लिए चुने गए केंद्रों के प्रतिनिधि, दिल्ली में केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी के कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए अंदर घुस गए। वे इस कार्यक्रम से जुड़े निजी प्रशिक्षण केंद्रों को सीट या कौशल प्रशिक्षण का लक्ष्य नहीं दिए जाने का विरोध कर रहे थे।
घटना के समय रूडी दिल्ली के अपने कार्यालय में नहीं थे वह रायपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से मिलने गए हुए हैं। प्रदर्शनकारी हाथों में बैनर और पोस्टर लिए शिवाजी स्टेडियम एनेक्सी स्थित मंत्रालय के दफ्तर में घुस गए। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रभावी प्रशिक्षण भागीदारों को केंद्र आवंटित किए गए जबकि उन्हें छोड़ दिया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार सरकार ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई-2) के तहत उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में प्रशिक्षण के लिए सीटों का आवंटन निलंबित कर दिया है। कुछ फ्रेंचाइजी कौशल विकास केंद्रों द्वारा दाखिले को लेकर धोखाधड़ी करने के बाद यह कदम उठाया गया है।
अधिकारियों के अनुसार ऐसा पाया गया है कि किसी को प्रशिक्षण नहीं दिया गया जबकि कागजों पर दाखिला दिखाया गया है। कई प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र खोलने में काफी निवेश किया और वे कर्ज में डूबे हैं और उन्हें अब सीटों का आवंटन नहीं दिया जा रहा है। इसके कारण वे कर्ज नहीं लौटा पा रहे हैं।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। निगम के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी मनीष कुमार ने कहा, ‘हम सभी फ्रेंचाइजी को बंद नहीं कर रहे हैं लेकिन जो ठीक काम नहीं कर रहे, उन्हें बंद किया जा रहा है। कुछ अच्छा काम कर रहे हैं जिन्हें प्रत्यक्ष प्रशिक्षण सहयोगी के रूप में जोड़ा जाएगा। इस बारे में मंत्रालय ने औपचारिक निर्णय किया है और इसकी जल्दी घोषणा की जाएगी।’ उन्होंने सीटों और कौशल प्रशिक्षण लक्ष्य के आवंटन में भेदभाव से इनकार किया।
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