नई दिल्ली : इकोनॉमी की तेज ग्रोथ के बावजूद इम्प्लॉयमेंट ग्रोथ की रफ्तार सुस्त हुई है। बीते तीन साल के दौरान जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी से ज्यादा बनी हुई है। स्टैटिस्टिक्स मिनिस्टर सदानंद गौड़ा ने बुधवार को संसद में यह रिपोर्ट पेश की।
गौड़ा ने इस बात का भी जिक्र किया कि देश के आठ सेक्टरों में इम्प्लॉयमेंट पर निगेटिव असर पड़ा है। इन आठ सेक्टरों में टेक्सटाइल,लेदर, जेम्स और ज्वैलरी सेक्टर में तेज गिरावट आई है, जिनमें 2013 में 4.21 लाख और 2014 में 4.18 लाख लोगों को रोजगार मिला था। वहीं 2015 में इन सेक्टरों में नौकरी पाने वालों की संख्या तेजी से घटी है। पिछले साल सिर्फ 1.35 लाख लोगों को ही इन सेक्टरों में रोजगार मिल सका।
हालांकि केंद्र सरकार ने सफाई दी कि देश में रोजगार बढ़ाने के लिए अब तक कई सकारात्मक कदम उठाए जा चुके हैं। इनमें प्राइम मिनिस्टर इम्प्लॉयमेंट जेनरेशन प्रोग्राम और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शामिल है। गौड़ा ने बताया कि इम्प्लॅायमेंट को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना पर भी काफी काम किया है। इसके लिए अलग से 1 हजार करोड़ रुपए का बजट भी दिया गया था, ताकि युवाओं को बेहतर रोजगार मिल सके।
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