उत्तर प्रदेश : शातिराना तरीके से यूपी कौशल विकास मिशन (Uttar Pradesh Kaushal Vikas Mission) के खाते से करीब पौने दस लाख रुपये उड़ाने के एक मामले का पुलिस ने यहां खुलासा किया है। इसमें फर्जी चेक बनाने, फर्जी नाम से बैंक में खाता खोलने और उसके बाद उसे चार अन्य खातों में ट्रांसफर किए जाने की बात सामने आई है। फिलहाल, इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। इसके अलावा तीन अऩ्य की तलाश की जा रही है। इतना ही नहीं, अब पुलिस फर्जीवाड़ा के इस मामले में बैंक कर्मियों की संलिप्तता और यूपी कौशल विकास मिशन (UPSDM) के कर्ताधर्ता से शातिरों के कनेक्शन की भी खोजबीन कर रही है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की मुख्य ब्रांच के शाखा प्रबंधक गिरीश कुमार अग्रवाल ने 2 अक्टूबर 2015 को सीपरी थाने में एक तहरीर दी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि कोतवाली क्षेत्र के पसरट मुहल्ला निवासी देवेंद्र कुमार के नाम से खाता खोलकर सरकार की एक सोसायटी उत्तर प्रदेश कौशल विकास निगम के नाम से 9 लाख73 हजार 450 रुपये धोखाधड़ी करके निकाल लिए गए। इस सूचना के आधार पर देवेंद्र कुमार, प्यारेला, उमाकांत, दीपक साहू और हामिद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके खोजबीन शुरू की गई।
इस मामले की विवेचना पिछले दिनों अपराध शाखा के प्रभारी निरीक्षक महेश चंद्र गौतम को दी गई। उन्होंने इसमें भारी गोलमाल पाया। इस बारे में एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि फर्जी चेक बनाने से लेकर खाता खोलने तक के ज्यादातर काम फर्जी पाए गए। इसमें जिस देवेंद्र कुमार के नाम से खाता खोलकर इतनी बड़ी रकम का चेक उसमें डाला गया, उसका कहीं अता-पता ही नहीं है। चेक भी फर्जी बताया गया है। इसके बाद इस राशि को चार अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा दिया गया। इसमें से दीपक साहू पुलिस के हत्थे चढ़ गए। अब पुलिस को बाकी की तलाश है।
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