तीन महीने में 250 घंटे का होगा कौशल विकास का प्रशिक्षण

पटना :  राज्य के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों व पॉलिटेक्निक में कौशल विकास प्रशिक्षण भी शुरू होगा। 72 में से 15 ट्रेड में शुरू होनेवाला यह प्रशिक्षण तीन महीने तक चलेगा अौर 250 घंटे प्रशिक्षण दिया जायेगा। 25 से 100 छात्र-छात्राओं को यह प्रशिक्षण दिया जायेगा। सरकारी इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक में 1050 और निजी इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक में 700 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा।

यह प्रशिक्षण सितंबर-अक्तूबर से शुरू हो जायेगा। इसने सर्टिफिकेट का वैल्यू देश भर में होगा। इसका निर्णय मंगलवार को राज्य स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में लिया गया। सभी तकनीकी संस्थानों में सॉफ्ट स्किल के विकास के लिए 25 कंप्यूटर के साथ लैंग्वेज लैब की स्थापना की गयी है। इसमें राज्य के वैसे मेधावी छात्र जो ग्रामीण परिवेश के कारण अंगरेजी बोलने या अपनी बात कहने में पीछे रह जा रहे हैं, उनके कम्यूनिकेशन स्किल को बेहतर किया जा सकेगा।

राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने हैं। इसी कड़ी में अगले सत्र (2017) से छह जिलों में नये इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जायेंगे। इस साल से छह नये इंजीनियरिंग कॉलेज और 10 पॉलिटेक्निक में पढ़ाई शुरू की जा रही है। इन इंजीनियरिंग कॉलेजों को संबंधित जिले के पॉलिटेक्निक में अस्थायी रूप से चलाया जा रहा है. इस आधार पर प्रदेश में 13 राजकीय और 15 प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज हो गये हैं, जबकि 32 राजकीय व 30 प्राइवेट पॉलिटेक्निक हैं।

मंत्री ने बताया कि  इस साल खुले छह नये इंजीनियरिंग कॉलेजों के भवन निर्माण के लिए 438.78 करोड़ रुपये की योजना की स्वीकृति दी गयी है। इनमें एक इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन निर्माण में 73 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनके भवन तीन साल में बन कर तैयार हो जायेंगे। साथ ही पांच सालों में सभी जिलों में एक-एक इंजीनियरिंग कॉलेज हो जायेगा। प्रेस काॅन्फ्रेंस में विभाग के निदेशक अतुल सिन्हा भी मौजूद थे।

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