भिलाई : छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को लैपटॉप बांटने का प्रोग्राम भिलाई से सीएम डॉ. रमन सिंह ने शुरू किया। श्री शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित प्रोग्राम में मौजूदा सत्र 2016-17 के अंतिम सेमेस्टर के दुर्ग संभाग के करीब 6459 छात्रों को लैपटॉप बांटा। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने ऐलान किया कि पिछले साल यानि 2015-16 के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को लैपटॉप की जगह कैश दिया जाएगा।
श्री शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित प्रोग्राम में सीएम ने कहा कि मैं यहां लैपटॉप बांटने नहीं। आप सभी से खुशियां बांटने आया हूं। कई लोग मुझसे पूछते हैं कि, मैं थकता हूं कि नहीं। उन्हें जवाब देता हूं कि, मुझे छत्तीसगढ़ के युवाओं से ऊर्जा मिलती है। इसलिए मैं कभी नहीं थकता। सीएम ने दो साल पुरानी बात को याद करते हुए कहा कि जब योजना की शुरुआत दुर्ग जिले से हुई थी। तब मेरे हाथों से लैपटॉप पाकर इंजीनियरिंग की एक छात्रा रोने लगी। उसकी कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण उसे विश्वास नहीं हो पा रहा था कि उसके पास अपना खुद का लैपटॉप होगा। इस दौरान उच्च एवं तकनीकी शिक्षामंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू, विधायक विद्यारतन भसीन, टेक्निकल एजुकेशन की सेक्रेटरी रेणु पिल्लई, डीटीई के डायरेक्टर एसएस बजाज, कलेक्टर आर. शंगीता व गंगाजलि एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष आईपी मिश्रा समेत अन्य मौजूद रहें।
स्किल्ड डेवलपमेंट के 5 कोर्स शुरू: सीएम ने श्री शंकराचार्य टेक्निकल कैंपस जुनवानी में रिलायंस जियो द्वारा स्पांसर्ड स्किल डेवलपमेंट लैब की शुरुआत की। बता दें कि प्रधानमंत्री कौशल उन्नयन योजना से इंजीनियरिंग कॉलेजों को जोड़ने की शुरुआत की गई है। कैंपस में कौशल उन्नयन का पांच कोर्स शुरू किया गया है। इच्छुक व्यक्ति यहां नि:शुल्क रोजागारोन्मुखी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। डायरेक्टर डाॅ. पीवी देशमुख ने बताया कि तकनीकी कैंपस बिजनेस इनक्यूबेटर की स्थापना भी की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य ऐसे व्यवसायों को सहायता प्रदान करना है जिनमें इनोवेटिव तकनीकी एवं आधुनिक व्यावसायिक प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। शनिवार को मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को लैपटॉप वितरण के दौरान उनका उत्साह भी बढ़ाया।
सीखने की कोई उम्र नहीं होती: मंत्री पांडेय
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षामंत्री पांडेय ने कहा कि इतिहास के हर युग में ज्ञान की महत्ता रही है। ज्ञान के महत्व को कभी कोई कम नहीं कर पाया। भारतीय संस्कृति में ज्ञान के प्रसार पर जोर दिया जाता था, लेकिन आज के ग्लोबल इकोनॉमी सोसायटी में ज्ञान का पेटेंट हो गया है और तकनीकी बिक रही है। आज विकास और ज्ञान की भाषा डिजिटल ज्ञान से जुड़ गई है। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि हमारे विद्यार्थी आधुनिक सूचना एवं संचार तकनीकी में पारंगत हो। उन्होंने कहा राज्य शासन द्वारा पॉलीटेक्नीक के विद्यार्थियों के फीस में 50 प्रतिशत की कमी की है। इसी तरह व्यापम द्वारा ली जाने वाली परीक्षा फीस भी 238 रुपए से कम कर 250 कर दी गई है।
इस बार दिए गए स्टैंडर्ड फीचर्स के लैपटॉप
इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को एचपी का माॅडल 245 जी, एएमडी क्वाड कोर प्रोसेसर, विथ 4 जीबी रैम, एक्सपेंडेबल अप टू 8 जीबी का दिया गया है। जाे पहले बंटे लैपटॉप से बेहतर है। पूर्व वितरित लैपटॉप की अपेक्षा अब नए लैपटॉप के रैम में 2 जीबी की वृद्धि की गई है। इसमें एक के स्थान पर दो डिम स्लाट प्रदान किए गए हैं। इसमें बेहतर हार्डवेयर कॉन्फिग्रेशन के साथ-साथ ओपन ऑफिस, टायपिंग मास्टर, माइक्रोसाफ्ट ऑफिस, इंग्लिश टू हिंदी डिक्शनरी, मेडिकल डिक्शनरी जैसे शैक्षणिक साफ्टवेयर भी निशुल्क प्रदान किए जा रहे हैं।
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