पैन आईआईटी को गुरुकुलों में स्किल्ड बच्चों के रोजगार के सृजन के लिए विभिन्न सेक्टरों को चिन्हित करने का निर्देश

रांची: मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कल्याण विभाग से संबद्ध गुरुकुलों का संचालन करने वाले पैन आईआईटी को गुरुकुलों में स्किल्ड बच्चों के रोजगार के सृजन के लिए विभिन्न सेक्टरों को चिन्हित करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव सोमवार को कल्याण विभाग एवं पैन आईआईटी के पदाधिकारियों के साथ विभाग द्वारा चलाए जा रहे एसटी/एससी बच्चों के कौशल विकास योजना की समीक्षा कर रही थीं।

उन्होंने कहा है कि स्थानीय स्तर पर बच्चों को रोजगार दिलाने के लिए सीआईआई, फिक्की, एसोचेम, निर्माण कार्य में लगे ठेकेदारों आदि के साथ सेमिनार हो। उन्होंने थड़पखना (रांची) में कौशल कॉलेज खोलने और एक हजार बच्चों को हर साल प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया। 12 करोड़ की लागत से तैयार भवन को पैन आईआईटी को देने को कहा, जिससे प्रशिक्षण का काम शुरू हो। इस संस्थान को कौशल कॉलेज का नाम देने का सुझाव दिया।

वर्मा ने भारी वाहन चालकों की मांग को देखते हुए बच्चों को ट्रेनिंग और लाइसेंस दिलाने का निर्देश दिया। पैन आईआईटी अपनी सफलताओं को दिखाने के लिए पांच मिनट का ऑडियो-विजुअल बनाए, जिसे नीति आयोग व भारत सरकार के कार्यक्रमों में दिखाया जा सके। मुख्य सचिव ने लातेहार, चतरा, हजारीबाग, रामगढ़,गोड्डा एवं सिमडेगा में कल्याण विभाग के भवनों में गुरुकुल को ज्वाइंट वेचर से शुरू करने का निर्देश दिया। कहा कि गुरुकुल को कल्याण गुरुकुल का नाम दिया जा सकता है।

बैठक में पैन आईआईटी के पदाधिकारियों ने बताया कि अब तक सात केन्द्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इनमें अब तक करीब पांच हजार बच्चों को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। इनमें से 800 बच्चों को विदेशों में भेजा गया है।

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