भोपाल (मध्य प्रदेश) : सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों से सीधे संवाद के लिए गुरुवार को विद्यार्थी पंचायत बुलाई थी। कार्यक्रम में सीएम ने घोषणा की, कि नए सत्र से 5वीं और 8वीं क्लासेस के बोर्ड एग्जाम होंगे। वहीं, सरकारी कॉलेजों में ड्रेस कोड लागू किए जाएंगे।
छात्र के हाथ में मोबाइल देखकर मुस्कुराए
विद्यार्थी पंचायत मुख्यमंत्री निवास पर गुरुवार को आयोजित की गई थी। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते ही उन्होंने मौजूद स्टूडेंट्स पर फूल बरसाए। इस दौरान एक स्टूडेंट्स ने सीएम के साथ सेल्फी के लिए मोबाइल निकाल लिया, जिसे देख सीएम ने भी मुस्कुराते हुए पोज दिया।
पंचायत में सीएम ने ये कहा-
- सीएम ने घोषणा की कि, नए सत्र से 5वीं और 8वीं क्लासेस के बोर्ड एग्जाम होंगे।
- छात्रों की मांग पर सरकारी कालेज में यूनिफार्म लागू की जाएगी।
- मप्र बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों का राष्ट्रीय-स्तर के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए चयन होने पर उनकी पूरी फीस राज्य सरकार भरेगी।
- जिन विद्यार्थियों के 85 प्रतिशत से कम अंक आते हैं और उनका चयन राष्ट्रीय-स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में होता है तो उन्हें राज्य सरकार शून्य प्रतिशत ब्याज पर शिक्षा ऋण उपलब्ध करवाएगी।
- अगले शैक्षणिक सत्र से स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम से सेमेस्टर व्यवस्था समाप्त कर दी जाएगी।
- विद्यार्थियों और उद्योगों के बीच परस्पर संवाद के लिए एक प्लेसमेंट पोर्टल बनाया जाएगा।
- सीएम ने कहा कि साल में एक दिन मुख्यमंत्री, मंत्री, रिटायर्ड अधिकारी, अधिकारी, कॉलेज के विद्यार्थी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने जाएंगे। इसकी शुरूआत 28 जनवरी से की जा रही है।
- बोर्ड की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले बच्चों को इस बार लेपटॉप की राशि के स्थान पर लेपटॉप दिए जाएंगे।
- एनसीसी और एनएसएस विद्यार्थियों को वेटेज देने की योजना बनाई जाएगी। सभी महाविद्यालयों का रिकार्ड ऑनलाईन किया जाएगा।
- अगले सत्र से राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हिन्दी में प्रश्नपत्र दे सकेंगे।
- राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की कोचिंग सभी वर्गों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई जाएगी।
- चिन्हित महाविद्यालयों में प्लेसमेंट सेंटर खोले जाएंगे।
- इस वर्ष 50 महाविद्यालय के भवनों के लिए राशि आवंटित की जाएगी। सभी विश्वविद्यालयों में बैचलर ऑफ वोकेशनल एजुकेशन शुरू किया जायेगा।
- प्रत्येक संभाग में एक उत्कृष्ट महाविद्यालय और प्रत्येक जिले में एक आदर्श महाविद्यालय बनाया जाएगा।
- विद्यार्थियों से जुड़ी प्रमुख सुविधाओं को लोक सेवा गारंटी अधिनियम में लाया जाएगा।
- शासकीय स्कूलों के पाठ्यक्रमों को एनसीईआरटी के समतुल्य बनाया जाएगा। प्रदेश में विश्व स्तरीय कौशल विकास संस्थान खोला जाएगा।
सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार का फोकस उद्योग, शिक्षा और रोजगार पर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। मध्य प्रदेश इसमें पीछे नहीं रहेगा। प्रदेश में दुनिया का सबसे बड़ा पर्यावरण संरक्षण का अभियान ‘नमामि देवी नर्मदे’ सेवा यात्रा चल रहा है। इसके अंतर्गत नर्मदा के दोनों तटों पर नशामुक्ति का अभियान चलाया जा रहा है। नर्मदा सेवा यात्रा में विद्यार्थी भी सहभागिता करें।
प्लेसमेंट पोर्टल का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग में चल रही योजनाओं के हितग्राही विद्यार्थियों को प्रतीक स्वरूप सुविधाएं प्रदान की। मुख्यमंत्री ने प्लेसमेंट पोर्टल का भी शुभारंभ किया और कौशल विकास पर काफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। उन्होंने पहली से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को छात्रवृत्ति वितरण की ‘मिशन वन क्लिक” योजना का शुभारंभ किया। इसमें एक क्लिक में 65 लाख बच्चों के खातों में छात्रवृत्ति की राशि पहुंच गई।
विद्यार्थियों ने दिए सुझाव
विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री के आग्रह पर स्कूल और महाविद्यालय के स्कूल और कॉलेज की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के संबंध में सुझाव दिए। इनमें कालेजों में प्लेसमेंट सुविधा लागू करने, महाविद्यालयों में गणवेष अनिवार्य करने, एनसीसी, एनएसएस और खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्याथियों को शासकीय नौकरी में विशेष छूट देने, स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रमों में महिलाओं और बेटियों गरिमा का सम्मान करने संबंधी पाठ जोड़ने, महाविद्यालयों में शैक्षणिक स्टाफ बढ़ाने, जिलों में उत्कृष्ट महाविद्यालय बनाने, खेलकूद की सामग्री पर वेट टैक्स कम करने, पाँचवीं और आठवीं की कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं लेने, प्रदेश में एनएसएस का मुख्यालय बनाने, महाविद्यालय स्तर पर अखिल भारतीय परीक्षाओं की कोचिंग की व्यवस्था करने, नशे पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने और नई युवा नीति बनाने संबंधी सुझाव प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को दिलाए संकल्प
– सन्मार्ग से न भटकें।
– बेटियों की गरिमा का सम्मान करें।
– खूब पढ़ें।
– नशे से दूर रहें।
– कालेज कैम्पस में नशे के विरुद्ध अभियान चलायें।
– कम से कम एक पेड़ अवश्य लगायें और उसकी रक्षा करें।
– स्वच्छता अभियान में भागीदारी करें।
प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आशीष उपाध्याय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन दर्शन पर प्रकाशित ग्रंथ अतिथियों को भेंट किए। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी, मप्र माद्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष सुधि रंजन मोहंती और सभी जिलों से बड़ी संख्या में आए स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित थे।
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