चंडीगढ़ : केंद्रीय फूड प्रोसैसिंग मंत्री तथा भटिंडा से एम.पी. हरसिमरत कौर बादल ने अमरेंद्र सरकार द्वारा भटिंडा में महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टैक्नीकल यूनिवर्सिटी बंद करने के फैसले की निंदा की। उन्होंने कहा कि भटिंडा में यूनिवर्सिटी खोलने का मुख्य उद्देश्य मालवा क्षेत्र के नौजवानों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करना था। पिछली सरकार ने यूनिवर्सिटी स्थापित करने का फैसला माहिरों की सिफारिश पर किया था। यूनिवर्सिटी का सीधा संबंध स्किल इंडिया प्रोग्राम से भी था। सरकार चाहती थी कि पंजाब के नौजवानों को तकनीकी शिक्षा देकर उन्हें रोजगार के लिए तैयार किया जाए। यूनिवर्सिटी बंद करने से नौजवानों के भविष्य पर बुरा असर पड़ेगा। हरसिमरत ने कहा कि अमरेंद्र सरकार द्वारा यूनिवर्सिटी बंद करने का फैसला कांग्रेस की बदलाखोरी की नीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि एक संस्थान जो आर्थिक तौर पर स्वावलंबी था और जिस पर उसारी का काम शुरू हो चुका था, उसे बंद किया जा रहा है।
हालांकि तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा, सरकार का महाराजा रणजीत सिंह स्टेट टेक्निकल यूनिवर्सिटी कोे आईके गुजराल पीटीयू में विलय करने का कोई विचार नहीं है। केवल विरोधियों द्वारा सरकार की छवि खराब करने के लिये अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
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