ब्रिक्स सम्मेलन में हुआ तय कि भारत में बने नेशनल यूथ काउंसिल, कौशल उन्नयन ( स्किल डेवलपमेंट ) पर हुई चर्चा

ब्राजील, रशिया, इंडिया, चाइना, साउथ अफ्रीका के प्रतिनिधियों का सम्मेलन 1 से 3 जुलाई तक गुवाहाटी में हुआ। पांच देशों के प्रतिनिधियों में अभय व बैंगलोर की प्रियंका मुरली मौजूद रहे। अभय ने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर व्यापक सुधार के लिए पांचों देश के युवा मिलकर सोशल साइंस रिसर्च नेटवर्क बनाकर उसमें जुड़ेंगे, साथ ही यह भी तय किया गया कि भारत में नेशनल यूथ काउंसिल बने, ताकि युवाओं को अपनी बात कहने के लिए एक बेहतर मंच मिल सके।

सम्मेलन में 4 बिंदुओं पर चर्चा की गई, जिसमें कौशल उन्नयन (स्किल डेवलपमेंट), सामाजिक क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी, युवाओं का देशों में एक्सचेंज करने के साथ ही सबसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक गतिविधियों में युवाओं की भागीदारी, जैसे भारत में कृषि विकसित है, तो चाइना में टेक्नोलॉजी। इन दोनों देशों के युवा अपने अनुभव साझा करेंगे।

अभय ने बताया कि ब्रिक्स सम्मेलन में युवाओं को लेकर तैयार की गई कार्ययोजना को जल्द से जल्द अमल में लाने के लिए आगामी सितंबर माह में गोवा में एक बैठक होगी। जिसमें ब्रिक्स देशों कें राष्ट्राध्यक्ष (प्रधानमंत्री/राष्ट्रपति) शामिल होंगे। उम्मीद है कि भारत में इसका क्रियान्वयन बहुत जल्दी शुरू होगा।

तीन दिवसीय सम्मेलन में युवाओं की सामाजिक व प्रशासनिक भागीदारी बढ़ाने के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर चर्चा की गई। अभय जैन ने कहा कि ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल पांचों देश में युवाओं की संख्या अधिक 43 प्रतिशत है, जबकि भारत में 60 प्रतिशत है। तीन दिवसीय सम्मेलन में युवाओं की सामाजिक व प्रशासनिक भागीदारी बढ़ाने के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर चर्चा की गई।

अभय ने कहा कि युवा अपने अनुभव साझा कर प्रशासनिक स्तर पर व्यापक सुधार के लिए युवा सहयोगी की भूमिका निभाएंगे।

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