लाइवलीहुड कॉलेज अर्थरात आजीविका महाविद्यालय के कौशल विकास कार्यक्रम ने बनाया बड़े संस्थान से जॉब ऑफर के काबिल

धमतरी : कहा जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति के भीतर कोई न कोई हुनर अवश्य छिपा रहता है। अगर उसे तराशकर निखारा जाए तो हुनर के पंख लगे परवाज के लिए मुक्त गगन भी छोटा प्रतीत होने लगता है। प्रदेश की युवा पीढ़ी की छिपी हुई प्रतिभाओं को तराशने और आकार देने का काम कर रही है छत्तीसगढ़ सरकार।

आजीविका महाविद्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त कर युवक-युवतियां अपने पैरों पर स्वयं खड़े होकर बेरोजगारी और मुफलिसी को बेबाकी से चुनौती दे रहे हैं। छोटे गांवों में रहने वाली कु. रोशनी, विद्या और प्रेमिन ने युवावस्था की दहलीज पर कदम रखते ही रोजगार हासिल कर लिया है और इसे मुमकिन किया मुख्यमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम ने।

महज तीन महीने का प्रशिक्षण और उसके बाद प्रदेश और प्रदेश के बाहर आलीशान तीन सितारा, चारसितारा होटलों में जॉब ऑफर उनके लिए चौंकाने वाली, किन्तु हरषाने वाली खबर थी। कल तक इन्हें नौकरी सफेद हाथी के समान प्रतीत होती थी, लेकिन प्रशिक्षित होकर इतने बड़े संस्थानों में रोजगार मिलना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। मगरलोड ब्लॉक के ग्राम चारभाठा की कु. प्रेमिन साहू ने लाइवलीहुड कॉलेज में फूड एण्ड बेवरेजेस सर्विस की तीन महीने की ट्रेनिंग ली।

उन्होंने बताया कि उनका चयन हैदराबाद के लोनिया होटल ग्रुप के लिए हुआ है, जहां छह हजार रूपए मासिक वेतन के अलावा वहां रहने, खाने के साथ-साथ मूलभूत सुविधाएं मुफ्त में मुहैय्या कराई जाएगी। प्रेमिन कहती हैं कि इस जॉब के लिए वह और उनके माता-पिता मानसिक रूप से तैयार है और उसने प्रशिक्षण के दौरान जो कला सीखी, उसी की मानिंद अपनी सेवाएं देंगी।

संस्था उन्हें 79 हजार 776 रूपए का सालाना सैलरी पैकेज दे रही है। उनके बड़े भाई गौतम ने बताया कि इतनी कम उम्र में बहन को अपने पैरों पर खड़ा होते देखकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने शासन की इस योजना के प्रति आभार प्रकट करते हुए आजीविका महाविद्यालय के टीचर, काउंसिलर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

आजीविका महाविद्यालय की प्रशिक्षु कु. रोशनी और विद्या का चयन राजनांदगांव के तीनसितारा होटल अमोरा के लिए हुआ है। रोशनी की मां रेखा देवी और पिता श्री चेतन लाल ने कहा कि बेटी को घर से दूर भेजकर नौकरी कराने में हमें कोई हिचक नहीं है। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा कि आज का समय खुद के पैरों पर खड़ा होने का है और हमें खुशी है शासन के प्रशिक्षण कार्यक्रम से हमारी बेटी को रोजगार उपलब्ध हुआ है। पूछे जाने पर दृढ़ इच्छाशक्ति से लबरेज रोशनी व विद्या ने कहा कि वह अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी करेंगीं और माता-पिता के विश्वास पर खरा उतरेंगीं। बारहवीं कक्षा तक शिक्षित रोशनी और विद्या ने बेहतर भविष्य के लिए आगे भी पढ़ाई जारी रखने की बात कही।

इसी तरह कुरूद के ग्राम हंचलपुर के युवक रामकिशन कुर्रे का चयन गुजरात के राजकोट नगर के होटल बिज के लिए हुआ है। रामकिशन ने बताया कि दसवीं कक्षा में फेल होने के बाद उन्होंने अच्छी नौकरी की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन शासन की कौशल विकास योजना से उसे आशा की नई किरण दिखाई दी। प्रशिक्षण के बाद रामकिशन को वहां रूम अटेंडेंट कम सर्विस बॉय की नौकरी मिली, जहां शुरूआत में छह हजार रूपए मासिक वेतन के साथ रहने-खाने की मुफ्त सुविधा दी गई है। उसके साथ आए बड़े भाई भोजराज जो पेशे से लेडीज टेलर हैं, ने कहा कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना (CMKVY) उन युवकों के लिए मील का पत्थर है जो पढ़ाई के बाद भविष्य संवारने के लिए मौका तलाशते हैं।

यह योजना न सिर्फ अवसर दिलाती है, बल्कि खुद के बूते सुरक्षित भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करती है। ज्ञात हो कि आजीविका महाविद्यालय में आज आयोजित समारोहपूर्वक कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. सी.आर. प्रसन्ना और जिला कौशल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य श्री निर्मल बरड़िया ने विभिन्न संस्थानों के लिए चयनित 54 प्रशिक्षुओं को कंपनी का जॉब ऑफर लेटर प्रदान कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रशिक्षण के उपरांत नियोजन के क्षेत्र में धमतरी जिले ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।

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