एमएसएमई मंत्रालय के कौशल विकास द्वारा मेक इन इंडिया को सार्थक करने की तैयारी, 18 अक्टूबर को दो स्कीमें होंगी लॉन्च

लुधियाना : विश्वभर की चुनौतियों का सामना करने के लिए हमको भी बदलना होगा और कुशल लोगों को तैयार कर मेक इन इंडिया का बोलबाला करना होगा। इसी को ध्यान में रखकर देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्किल डेवलपमेंट का नारा दे रहे हैं। यह कहना था केंद्रीय राज्य मंत्री (एमएसएमई) गिरीराज सिंह व हरि भाई पार्थीभाई चौधरी का। वे वीरवार को लुधियाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 18 अक्टूबर को आयोजित होने वाले समारोह की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे।

उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को प्रधानमंत्री 2013 से साल 2015 के एमएसएमई इंडस्ट्री अवार्ड देंगे। इस दौरान चार कार्यक्रम होंगे और 225 उम्दा उद्योगपतियों को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान नेशनल एससी-एसटी स्कीम को लाच करने के साथ साथ जीरो डिफेक्ट स्कीम लाच की जाएगी।

उन्होंने बताया कि एससी-एसटी स्कीम के लिए पाच सौ करोड़ रुपये का फंड रखा गया है। इसमें देश भर के एक लाख 25 हजार बैंक शाखाओं में प्रत्येक शाखा को दो वेंडर तैयार करने के लिए दिए जाएंगे। इसके लिए व‌र्ल्ड बैंक की ओर से भी सहायता राशि प्रदान की गई है। इन्हें स्किल ट्रेनिंग, मार्केटिंग सहयोग के साथ साथ बैंकिंग फाइनास सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी। इसके लिए बकायदा कलस्टर बनाकर ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएंगे।

इसी प्रकार मेक इन इंडिया को सफल बनाने के लिए जीरो डिफेक्ट स्कीम को लाच किया जाएगा। इसकी घोषणा भी औद्योगिक नगरी लुधियाना से की जाएगी। लघु उद्योग देश के उत्थान में अहम योगदान देते हैं। ऐसे में नई योजनाओं में सबसे अधिक ध्यान लघु उद्योगों पर दिया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक देश की जीडीपी में 45 फीसद योगदान एमएसएमई का है। एमएसएमई कैटेगरी में आठ हजार से अधिक प्रोडक्ट हैं। इनकी क्वालिटी को बेहतर करने के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोले जा रहे हैं, वहीं 500 महिलाओं को चरखे दिए जाएंगे, ताकि वे रोजगार लायक हो सके।

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