26 करोड़ बच्चों की जानकारी रखेगा एसडीएमआईएस, पढ़ाई छोड़ने वालों को स्किल्ड करने पर होगा फोकस

सरकार 12वीं तक की पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले छात्रों को दोबारा क्लास रूम में लाएगी। सरकार ने इसके लिए स्टूडेंट डाटा मैनेजमेंट सिस्टम तैयार करने का फैसला किया है जिससे व्यक्तिगत तौर पर ड्रॉपआउट स्कोर चिन्हित किया जा सकेगा और छात्रों को प्रोत्साहित करके आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए कहा जाएगा।

सरकार की ओर से 12वीं तक पढ़ाई छोड़ने वालों का व्यक्तिगत डाटा तैयार किया जाएगा। कई स्तर पर ड्रॉपआउट छात्रों का डाटा इस्तेमाल हो सकता है। स्टूडेंट डाटा मैनेजेमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम यानि एसडीएमआईएस 26 करोड़ बच्चों की जानकारी रखेगा।

सरकार की प्राथमिकता ड्रॉपआउट बच्चों को दोबारा स्कूल भेजने की है, लेकिन एसडीएमआईएस द्वारा एकत्रित डाटा का इस्तेमाल छात्रों के स्किल डेवलपमेंट पर भी हो सकता है। स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग से बड़ा बदलाव आ सकता है। सरकार को फोकस ड्रॉपआउट छात्रों को तकनीकी रूप से स्किल्ड करने पर होगा। यही नहीं ड्रॉपआउट छात्रों को उम्र के मुताबिक ट्रेनिंग के बाद रोजगार के अवसर देने पर भी फोकस किया जाएगा।

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