बिलासपुर : पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय में सत्र 2016-17 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सत्र से डिप्लोमा और कौशल विकास के दो दर्जन नए कोर्स भी शुरू हो रहे हैं। इनमें योग साइंस, मार्केटिंग मैनेजमेंट, रामचरितमानस में विज्ञान से सामाजिक उत्थान, जर्नलिज्म एंड मास कम्प्युनिकेशन, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म जैसे विषय भी शामिल हैं। ऑनलाइन प्रवेश लेने वाले छात्रों को सौ रुपए की छूट भी मिलेगी।
प्रदेशभर के युवाओं, गृहणियों, नौकरीपेशा व प्राइवेट जॉब करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय में यूजी व पीजी के अलावा दो दर्जन से अधिक नए डिप्लोमा और कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। इसमें योग साइंस, मार्केटिंग मैनेजमेंट, रामचरितमानस में विज्ञान से सामाजिक उत्थान,जर्नलिज्म एंड मास कम्प्युनिकेशन, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म जैसे कोर्स शामिल हैं। इसके लिए प्रवेश की प्रक्रिया शूरू हो गई है। इसके आवेदन 30 सिंतबर तक जमा होंगे। इसके बाद 30 अक्टूबर तक जमा करने पर पांच सौ रुपए विलंब शुल्क देना होगा। विश्वविद्यालय स्थापना के बाद यह पहला मौका है जब एक साथ बड़े पैमाने पर रोजगारमूलक और कौशल पर पढ़ाई होगी। अब तक परंपरागत कोर्स ही संचालित थे। स्नातक में बीए, बीएससी जीव विज्ञान, गणित, बी कॉम, बी लिब, बीएड स्नातकोत्तर में एमएसडब्लू, एलएलएम, एमए हिन्दी साहित्य,अंग्रेजी, संस्कृत, राजनीति शास्त्र, इतिहास, समाज शास्त्र, लोक प्रशासन और एमएससी गणित विषय के साथ कुछ डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स में पढ़ाई होती रही है।
एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा के कोर्स : डिप्लोमा इन योग साइंस, गाइडेंस एंड काउंसिलिंग, मार्केटिंग मैनेजमेंट, हृयूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, जर्नलिज्म एंड मास कम्प्युनिकेशन, ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, एडवरडाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म मैनेजमेंट के साथ पीजीडीसीए व बारहवीं पास छात्र डीसीए और रामचरित मानस में विज्ञान से सामाजिक उत्थान में डिप्लोमा की पढ़ाई कर सकेंगे।
12वीं के सीधे कौशल विकास : छात्र 12वीं के बाद यहां से सीधे एग्रीकल्चर, हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट, मेनुफेक्चरिंग गारमेंट, इलेक्ट्रीकल, टेलीकॉम, आईटी, फूड एंड न्यूट्रिशियन, ब्यूटी कल्चर ऑफिस व कम्प्यूटर स्किल, ऑटोमोबाइल में प्रवेश ले सकेंगे। ये सभी कोर्स छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता प्राप्त वीटीपीएस में संचालित होगा। छात्र इन सबके बारे में विश्वविद्यालय की वेबसाइट से पूरी जानकारी एकत्र कर सकेंगे।
छत्तीसगढ़ी भाषा व संस्कृति : सर्टिफिकेट व औपचारिता के नाम पर भी विभिन्न कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया शुरू है। 12वीं बास इच्छुक कोई भी हिन्दी में एक वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे। छत्तीसगढ़ी भाषा व संस्कृति में औपचारिक शिक्षा के अलावा सर्टिफिकेट कोर्स में बुनियादी अनाज की खेती, साग सब्जी की खेती, आलू की खेती, धनिया व सूर्यमुखी की खेती, फलों की खेती, डीटीएच इंस्टालेशन, सॉफ्ट स्किल फॅार बेसिक लाइन स्टाफ इन सर्विस सेक्टर, स्पोकन इंग्लिश शामिल है।
प्रदेश के युवाओं, गृहणियों और नौकरीपेशा को उच्च शिक्षा में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से स्किल डेवलपमेंट के अलावा रोजगारोन्मुखी की दिशा में नए डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए गए हैं। वर्तमान परिस्थिति और भविष्य की जरूरत को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। ये सभी कोर्स आत्मविश्वास बढ़ाने वाले हैं। ऑनलाइन प्रवेश लेने पर सौ रुपए कम देने होंगे।
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