103 आईटीआई संस्थानों की मान्यता खत्म करने संबंधी नोटिस

भोपाल : एमपी में सैकड़ों आईटीआई संस्थान हैं। लेकिन इनमें से सैकड़ों संस्थान ऐसे हैं जो शासन की गाइडलाइन पर खरे नहीं उतर रहे हैं। ऐसे में इन संस्थानों की मान्यता जल्द ही रद्द हो सकती है। मान्यता रद्द करने संबंधी 100 से ज्यादा संस्थानों के नाम और कमियों संबंधी पत्र भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय को लिखा गया है। जिसके बाद महानिदेशालय प्रशिक्षण, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय नई दिल्ली ने इन संस्थानों को नोटिस जारी किया है। शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सख्त हुए शासन ने इस बार भी नए आईटीआई संस्थानों के 300 आवेदनों में से 100 को ही मान्यता देने के लिए चुना गया है।

किन संस्थानों की मान्यता होगी रद्द

एमपी में करीब 715 प्राइवेट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आईटीआई) हैं। अधिकांश तीन से चार साल पहले शुरू हुए थे। पर अब इनमें से 103 संस्थानों की मान्यता खत्म करने संबंधी नोटिस भेज दिए गए हैं। कारण साधनों और संसाधनों के साथ ही उनमें पर्याप्त उपकरण न होना है। कई प्राइवेट संस्थानों की मनमानी की शिकायतों के चलते एमपी के कौशल विकास विभाग ने इन संस्थानों का निरीक्षण करवाया था। निरीक्षण में इन संस्थानों की बदतर स्थिति सामने आई।

जिन संस्थानों को नोटिस जारी किया गया है उनमें सैकड़ों स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इन संस्थानों को बंद करने से पहले इन स्टूडेंट्स को दूसरे आईटीआई संस्थानों में शिफ्ट किया जाएगा।

इन्हें मिलेगी मान्यता

नियम-कायदों की सख्ती के कारण अब आईटीआई संस्थानों का गली-मोहल्लों में खुलना आसान नहीं होगा। यही कारण है कि इस साल शासन के पास नए आईटीआई संस्थान शुरू करने के लिए पहुंचे 300 आवेदनों में से केवल 100 को ही मान्यता देने के लिए चुना गया है। मप्र में सैकड़ों आईटीआई संस्थान हैं। लेकिन जरूरत के हिसाब से इलेक्ट्रीशियन फीडर की मांग ज्यादा है। इसके अलावा फीडर, वेल्डर ट्रैड की मांग है। इन्हीं ट्रैड में सबसे ज्यादा एडमिशन होते हैं।

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