छत्तीसगढ़ : स्किल डेवलपमेंट के मकसद से शुरू किए गए राज्य के लाइवलीहुड कॉलेजों में अब आयुर्वेद और स्पॉ थैरेपी की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ये ट्रेनिंग कोर्स शॉर्ट टाइम का होगा।
इससे युवाओं को न सिर्फ रोजगार मिलेगा, बल्कि आम लोगों को आयुर्वेदिक इलाज और स्पॉ जैसी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध भी होंगी। फिलहाल लाइवलीहुड कॉलेजों में इलेक्ट्रिशियन, सिक्यूरिटी, प्लम्बर, सिलाई मशीन और मोबाइल रिपेयर जैसी ट्रेनिंग दी जाती है। ये ट्रेनिंग कोर्स 150 घंटे से अधिकतम 600 घंटे तक के होते हैं। इस ट्रेनिंग के आधार पर युवाओं को 10 से 15 हजार तक के रोजगार आसानी से मिल जाते हैं। आयुर्वेद ट्रीटमेंट और स्पॉ थैरेपी की लगातार बढ़ती डिमांड को ध्यान में रखकर इसे भी कोर्स में शामिल किया गया है। ट्रेनिंग लेने के बाद कुछ एक्सपीरियंस हासिल कर युवा इस फील्ड में अच्छी जॉब हासिल कर सकेंगे। अधिकारियों के अनुसार शुरुआत में यह कोर्स शहरी क्षेत्रों के लाइवलीहुड कॉलेजों में होगा। फिर पूरे राज्य में शुरू किया जाएगा।
कॉलेजों में 644 कोर्सेस की दे रहे ट्रेनिंग
छत्तीसगढ़ स्किल डेवलपमेंट के डिप्टी सीईओ डॉ. जसपाल सिंह बल ने बताया कि लाइवलीहुड कॉलेजों में 644 तरह के कोर्सेस की ट्रेनिंग दी जा रही है। 2011-12 में दंतेवाड़ा से शुरुआत के बाद से ये कॉलेज अब राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में है। अब तक लगभग 35 हजार से ज्यादा युवा विभिन्न विधाओं की ट्रेनिंग लेकर रोजगार से जुड़ गए हैं। अगले महीने संभागस्तरीय रोजगार मेला लगाया जा रहा है। जहां कई कंपनियां युवाओं को जॉब के लिए हायर करेंगी। www.cssda.cg.nic.in पर विजिट कर कोर्स, प्लानिंग और सर्कुलर की जानकारी हासिल कर सकते हैं।
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