अंबिकापुर (छत्तीसगढ़) : सरगुजा पुलिस अब सिक्यूरिटी गार्ड के क्षेत्र में रोजगार दिलाने जिले के युवाओं को ट्रेंड करेगी। ट्रेनिंग सेंटर के लिए मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत सरगुजा पुलिस का पंजीयन नंबर मिल गया है। पुलिस के एक्सपर्ट ट्रेनर चयनित युवाओं को पुलिस लाइन में एक महीने की ट्रेनिंग देंगे। इसमें युवाओं को चरित्र निर्माण के साथ, बिना हथियार आत्मरक्षा की ट्रेनिंग, कानून के साथ-साथ आर्म्स की बेसिक जानकारी दी जाएगी।
ट्रेनिंग के बाद परीक्षा पास करने वाले युवाओं को प्रमाण पत्र मिलेगा। इससे वे प्राइवेट सेक्टर में सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी पा सकेंगे। सरगुजा पुलिस द्वारा इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
120 युवाओं ने ट्रेनिंग लेने फार्म जमा कर दिए हैं। इसमें 90 लोगों का ट्रेनिंग के लिए चयन भी कर लिया गया है। ट्रेनिंग के बाद परीक्षा पास कर लेने वाले युवाओं के लिए यहां काफी संभावनाएं भी देखी जा रही है। शासकीय व गैर शासकीय संस्थाओं के साथ एसईसीएल में सुरक्षा के मद्देनजर आउटसोर्सिंग से सिक्यूरिटी गार्ड की नियुक्तियां की जाती हैं। पुलिस विभाग के ट्रेनिंग सेंटर से प्रशिक्षण लेकर निकलने वाले युवाओं के लिए यहां अवसर रहेंगे।
एक साथ निकलेंगे तीन बैच
पुलिस लाइन में इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। आरआई आर चंद्रा ने बताया कि पुलिस लाइन में सिक्यूरिटी गार्ड ट्रेनिंग सेंटर में एक साथ तीन बैच की ट्रेनिंग होगी। एक बैच 30 लोगों का होगा। इसका एक पूरा शेड्यूल बनाया गया है। चयन के लिए अभ्यर्थी को 8वीं पास के साथ-साथ स्वस्थ होना जरूरी है। इसके लिए चयन से पहले सभी का मेडिकल परीक्षण होगा। अभी तक 120 युवाओं ने आवेदन किया है जिसमें से 3 बैच के लिए 90 युवाओं का चयन कर लिया गया है।
एक महीने की होगी ट्रेनिंग
चयनित युवाओं को एक महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। पीटी, परेड के साथ-साथ वे सारी जानकारियां दी जाएंगी जो एक सुरक्षाकर्मी के लिए जरूरी होती हैं। इसमें बिना हथियार के आत्मरक्षा के उपाय, कानून व आर्म्स की बेसिक जानकारी, सुरक्षाकर्मी का समाज व संस्था के प्रति जिम्मेदारियों के साथ आम लोगों के साथ व्यवहार के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्रेनिंग से युवाओं को मिलेगा फायदा
मुख्यमंत्री कौशल योजना के तहत जिले में युवाओं को विभिन्न क्षेत्र में रोजगार के लिए शासन द्वारा अलग-अलग संस्थाओं माध्यम से ट्रेनिंग दी जा रही है। सिक्यूरिटी गार्ड के क्षेत्र में यहां कोई संस्था नहीं थी। प्रशासन के सुझाव पर इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा पहल की गई। ट्रेनिंग सेंटर का शासन से पंजीयन भी हो गया। जिले में सिक्यूरिटी गार्ड के लिए काफी अवसर हैं। इससे यहां के युवाओं को ट्रेनिंग के बाद काफी लाभ मिलेगा। – रामकृष्ण साहू, एडिशनल एसपी, सरगुजा
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