झारखंड में 3000 करोड़ निवेश के लिए एमओयू, मेडिकल शिक्षा,ई. गवर्नेंस, कौशल विकास व तकनीति शिक्षा पर रहेगा ध्यान

रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दावा किया है कि मेक इन झारखंड की सफलता में ही मेक इन इंडिया की सफलता निहित है। इसलिए राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए लाल कालीन बिछा रखा है। राज्य में निवेश पूरी तरह सुरक्षित और लाभदायक है। सरकार हर संभव मदद देने को भी तैयार है। कहा कि मुंबई अगर व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र है तो झारखंड औद्योगिक विकास का केंद्र है। यहां कृषि, उद्योग, सूचना तकनीक, पर्यटन, सीमेंट समेत सभी क्षेत्रों में निवेश के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। इसके तहत राज्य में करीब 3000 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है।राज्य में औद्योगिक विकास के लिए छह नई नीति बनाई गई, हेल्थकेयर, मेडिकल शिक्षा, कौशल विकास, तकनीति शिक्षा, टैक्सटाइल, टूरिज्म और इ-गवर्नेंस के लिए कई एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए । वे मुंबई के होटल ताजमहल पैलेस में ‘मोमेंटम झारखंड’ को लेकर मंगलवार को आयोजित रोड शो को संबोधित कर रहे थे। रोड शो के मौके पर आठ बड़ी कंपनियों ने झारखंड में काम करने को लेकर एमओयू किया है। अमेरिका में पहले इंटरनेशनल रोड-शो की तैयारी भी पूरी कर ली गई है ।

इन आठ कंपनियों से 3000 करोड़ का एमओयू

1. ओरियंट क्राफ्ट : कपड़ा निर्माण क्षेत्र में यह कंपनी 1500 करोड़ रुपया निवेश करेगी। 140 एकड़ भूखंड पर ओरियंट क्राफ्ट दो टेक्सटाइल पार्क स्थापित करेगी।

2. एमएनआर एजुकेशन ट्रस्ट : 350 करोड़ रुपए की लागत से यह संस्था एकीकृत कैंपस में मेडिकल और पारामेडिकल कॉलेज स्थापित करेगी। इसके लिए 80 एकड़ जमीन की जरूरत होगी और इसका निर्माण निर्माण पांच साल में पूरा हो जाएगा।

3. टाटा स्टील : खनन एवं मेटेलर्जी क्षेत्र में सीएसआर के तहत सॉफ्ट स्किल सिस्टम में युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।

4. टेक महिंद्रा : आइटीईएस के क्षेत्र में कंपनी कौशल विकास और रोबोटिक्स और इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करेगी। टेक म¨हद्रा बीपीओ केंद्र भी स्थापित होगा।

5.डेशून अस्पताल : डेशून हास्पीटल और हार्ट रिसर्च संस्थान 500 बेड वाला मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पीटल, 1300 सीटों वाला नर्सिंग संस्थान और 300 सीटों वाला पारामेडिकल संस्थान खोलेगा।

6. फ्यूल : दस साल तक राज्य में कौशल विकास और क्षमता निर्माण में मदद करेगा।

7. वाकारंगी लिमिटेड : ई. गवर्नेंस के क्षेत्र में 1600 से अधिक वाकारंगी केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा। जिनमें1100 केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित होंगे। इसके माध्यम से ई सर्विस उपलब्ध कराने की योजना है।

8. बोकारो सेवा ट्रस्ट : रामा विश्वविद्यालय कानपुर, बोकारो सेवा ट्रस्ट के माध्यम से राज्य में 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। संस्था की तरफ से बोकारो में स्वास्थ्य एवं मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में 300 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल खोला जाएगा।

Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.