स्किल डेवलपमेंट कोर्सेस के लिए नहीं हो सकी फैकल्टी की नियुक्ति, डूबेगी डेढ़ करोड़ की ग्रांट

इंदौर (मध्य प्रदेश) : केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पंडित दीनदयाल कौशल विकास केंद्र को लेकर देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी को मिली पांच करोड़ रुपए की ग्रांट विवादों में पड़ गई है। इसमें लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की ग्रांट तो डूबने की कगार पर पहुंच गई है।

यूनिवर्सिटी प्रबंधन का तर्क है कि राज्य शासन की मंजूरी के बगैर नियमित पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया संभव नहीं है। जबकि सितंबर माह में इसकी समय-सीमा खत्म हो जाएगी। ऐसे में यूजीसी द्वारा फैकल्टी की नियुक्ति के लिए तय किया गया डेढ़ करोड़ रुपए का बजट डूब जाएगा। प्रबंधन को मार्च में प्रक्रिया पूरी कर लेना थी, क्योंकि इसमें कम से कम तीन माह का समय लगता है। वहीं कुछ नए कोर्स भी यूनिवर्सिटी को शुरू करना हैं, लेकिन इसके लिए भी प्रक्रिया शुरू नहीं की गई। इसकी भी करीब एक करोड़ रुपए ग्रांट डूबने का खतरा है।

कौशल विकास केंद्र के लिए फिलहाल डीएवीवी में बीवोक बीवोक इंटीरियर डिजाइनिंग, बीवोक लॉजिस्टिक मैनेजमेंट, कार्गो मैनेजमेंट जैसे कोर्स चलाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी फैशन डिजाइनिंग सहित अन्य कोर्स आरंभ होना हैं। फिलहाल सारे कोर्स विजिटिंग फैकल्टी के भरोसे चल रहे हैं।

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