अब कौशल विकास के साथ-साथ युवा उच्च शिक्षा प्राप्त कर पा सकेंगे अच्छा रोजगार : मदरसा बोर्ड

भोपाल : प्रदेश में संचालित मदरसों में अब टीचर्स बोर्ड पर चाक से लिखकर बच्चों को पढ़ाते नजर नहीं आएंगे, बल्कि कंप्यूटर पर बच्चों को शिक्षा देंगे। जल्द ही प्रदेश के 11 मदरसों में स्मार्ट क्लासेस मप्र मदरसा बोर्ड शुरू करने जा रहा है। इसके लिए भोपाल, उज्जैन और इंदौर के मदरसों का चयन किया गया है, जहां इन क्लासों का संचालन शुरू होगा। मदरसों में दो-दो स्मार्ट क्लासें शुरू होंगी। इन मदरसों के 22 टीचर्स को पुणे के आजम कैंपस में ट्रेनिंग के लिए भेजने की तैयारी मदरसा बोर्ड ने कर ली है।

मैकेनिक, प्लंबर, वेल्डर भी दे सकेंगे आठवीं की परीक्षा: ऐसे युवा जो कौशल विकास जानते हैं और पढ़े-लिखे नहीं हैं, वे भी आठवीं की परीक्षा दे सकेंगे। इसका मकसद मैकेनिक, प्लंबर, वेल्डरों को कौशल विकास योजना के तहत रोजगार से जोड़ना है। बोर्ड का मानना है कि ऐसे युवा कौशल विकास के साथ-साथ उच्च शिक्षा प्राप्त कर अच्छा रोजगार पा सकेंगे। बोर्ड ने नए शैक्षणिक सत्र में एक लाख युवाओं को आठवीं की परीक्षा दिलाने का लक्ष्य रखा है।

स्पोर्ट्स एक्टीविटीज से जुड़े मदरसे: प्रदेश के मदरसों में स्पोर्ट्स एक्टीवीटिज भी शुरू गई है। हाल ही में प्रदेशभर के मदरसों में खो-खो, क्रिकेट, फुटबाल, रस्सीकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ था। मकसद, मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को खेलकूद के प्रति प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा पौधरोपण, कापी-किताबों का वितरण, प्रतिभावान विद्यार्थियों को पुरस्कार देना और सम्मानित करने जैसे कार्यक्रमों की शुरुआत भी मदरसों में हुई है।

ऐसे होगी पढ़ाई
बच्चों को पढ़ाई की ओर आकर्षित करने और उनमें बौद्धिक व तार्किक क्षमता बढ़ाने संबंधी बातों को ध्यान में रखकर स्मार्ट क्लास बनाई जा रही हैं। स्मार्ट क्लास में शिक्षा ले रहे छात्रों की पढ़ाई केवल किताबों तक सीमित नहीं होती। पढ़ाई के इस नए तरीकों में बच्चों को हर चीज वीडियो, पिक्चर्स और ग्राफिक्स के जरिए समझाई जाती है। टेस्ट देने के लिए भी हाई-टेक तरीके का इस्तेमाल होता है। प्रोजेक्टर पर प्रश्न दिखते ही छात्र रिमोर्ट के जरिए अपना जवाब देंगे और तुरंत सही, गलत का पता भी चल जाता है।

फैक्ट फाइल
1650मदरसे हैं मध्यप्रदेश में सरकार से अनुदान प्राप्त
2500मदरसे हैं प्रदेश में कुल
435मदरसे हैं भोपाल में

ट्रेनिंग के लिए भेजे जाएंगे 11 मदरसों के 22 टीचर्स
बोर्ड ने मदरसों को चॉक लेस और बोर्ड लेस करने की योजना पर अमल शुरू कर दिया है। मदरसे चयनित हो गए हैं। पहले चरण में तीन शहरों के चुनिंदा मदरसों में स्मार्ट क्लासेस शुरू होंगी। इसके लिए 11 मदरसों के 22 टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए भेजा रहा है।

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