लुधियाना में खुलेगा इंटरनेशनल स्किल डेवलपमेंट सेंटर : रूडी

लुधियाना (पंजाब) : केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने लुधियाना में इंटरनेशनल स्किल डेवलपमेंट सेंटर और प्रधानमंत्री कौशल केंद्र खोलने की घोषणा की, ताकि मेक इन इंडिया में पंजाब के युथ अहम रोल अदा करे।रूड़ी लुधियाना के आइटीआइ कालेज में मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल भी उपस्थित थे।

पढ़े-लिखे बेरोजगारों की फौज प्रदेश के सामने बहुत बड़ी चुनौती बनती जा रही है। बेरोजगारी बढ़ने का एक कारण यह भी है कि प्रदेश में जिस तरह के रोजगार की संभावना ज्यादा है उसके मुताबिक युवाओं में कौशल विकास नहीं हो रहा है। लुधियाना प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक शहर है। ऑटो इंडस्ट्री से लेकर होजरी तक में यहां रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। समस्या यह आती है कि इन क्षेत्रों में जिस तरह के कौशल की जरूरत होती है वैसा युवाओं में नहीं होता है। बहुत से युवा जैसी पढ़ाई करके कॉलेज या विश्वविद्यालय से निकलते हैं उसके आधार पर उन्हें रोजगार नहीं मिलता है। यही वजह है कि कांस्टेबल या चपरासी की नौकरी के लिए जब आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं तो पोस्ट ग्रेजुएट, बीटेक, एमबीए की पढ़ाई करने वाले भी कतार में लगे होते हैं। युवाओं में यदि उद्योगों व अन्य संस्थानों की मांग के मुताबिक कौशल हो तो कोई कारण नहीं कि बेरोजगारों की संख्या इस तरह बढ़ती जाए। प्रदेश की आइटीआइज भी में भी उस तरह की ट्रेनिंग नहीं दी जा पा रही है जैसी मार्केट की मांग है। कुछेक संस्थानों ने युवाओं के कौशल विकास की अपने स्तर पर व्यवस्था की है। उम्मीद की जाती है कि लुधियाना में अंतरराष्ट्रीय कौशल विकास केंद्र खुलने के बाद बेरोजगारों की संख्या में कमी आएगी।

लुधियाना के अलावा अमृतसर में टैक्सटाइल टेक्नोलॉजी कॉलेज में मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर की शुरुआत होने जा रही है। प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया का नारा दे रखा है। प्रदेश के युवाओं में जोश की कमी नहीं है, बस जरूरत है उनको प्रशिक्षित करने और उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाने की। केंद्र व प्रदेश सरकार के दावे के मुताबिक पंजाब में कौशल विकास केंद्रों का जाल बिछाया जाएगा। प्रदेश में दो सौ स्किल सेंटर शुरू होने से एक लाख नौजवानों को स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रदेश सरकार अगले साल राज्य भर में एक हजार सेंटर खोलेगी जिनमें पांच लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा दो सौ ग्रामीण व पांच मल्टी स्किल सेंटर शुरू होंगे। यदि वाकई में ऐसा हो पाता है तो निश्चित रूप से इसका पूरे प्रदेश को लाभ मिलेगा। प्रदेश के जिलों में औसतन एक लाख युवक बेरोजगारों की श्रेणी में हैं और गांव से लेकर शहर तक का युवा रोजगार के लिए परेशान है। कौशल विकास केंद्रों के खुलने से लाखों युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे।

रुडी ने कहा कि केंद्र व पंजाब सरकार का लक्ष्य पंजाब के हर गांव में कौशल विकास केंद्रों का जाल होगा। बेरोजगारी को समाप्त करना और स्किल इंडिया केंद्र सरकार का लक्ष्य है।

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