भोपाल : क्वालिटी एजुकेशन के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग पॉलीटेक्निक कॉलेजों में सुसज्जित लैब उपलब्ध नहीं करा पाया है। वहीं विद्यार्थियों को इंटरनेट सेवाओं पर आधारित सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दे रहा है। इसके लिए अब सभी सरकारी पॉलीटेक्निक कॉलेजों में ऑनलाइन ई-लाइब्रेरी बनाने की तैयारी है। विभाग ने पॉलीटेक्निक कॉलेजों के अलावा उन इंजीनियरिंग कॉलेजों से प्रस्ताव मंगाए हैं जहां विद्यार्थियों को इसकी सुविधा नहीं दी जा रही है।
राज्य मंत्री दीपक जोशी के निर्देश पर तकनीकी शिक्षा विभाग ने हाल ही में सभी कॉलेजों प्राचार्यों को ई-सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में करीब 66 पॉलीटेक्निक कॉलेज हैं। इनमें से अधिकतर में ई-लाइब्रेरी नहीं है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि पहले मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर देना चाहिए। जिससे पढ़ाई सुचारु रूप से चल सके। सही ढंग से मूल्यांकन किया जाए तो मालूम होगा कि सामान्य लाइब्रेरी भी सही नहीं है।
प्राचार्यों से कहा दीजिए मांग पत्र
लाइब्रेरी के साथ स्मार्ट क्लासरूम बनाने को भी कहा गया है। इसके के लिए प्राचार्यों से अपनी जरुरतों के लिहाज से मांग पत्र मांगा गया है। इसमें प्राचार्यों को से लाइब्रेरी में लगने वाले सभी जरुरी उपकरणों की जानकारी मांगी है। इसके अलावा स्मार्ट क्लासरूम की संख्या और उसमें आने वाले खर्च का ब्योरा मांगा गया है। शिक्षकों का कहना है वे ई-लाइब्रेरी और स्मार्ट क्लास के विरोध में नहीं है। लेकिन इससे पहले अन्य बेसिक सुविधाओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
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