भोपाल : भारत के नव निर्माण के लिए युवाओं का हुनरमंद बनना जरूरी है। देश में एक तरफ बेरोजगारी है तो विश्व में दूसरी तरफ कौशल की कमी है। दुनिया में रोजगार की अनंत संभावनाएं हैं। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्लोबल स्किल्स पार्क के शिलान्यास व ग्लोबल कंसलटेशन ऑन स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा, ग्लोबल स्किल पार्क का काम हर हाल में 15 अगस्त 2018 तक पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के लिए प्रभावी कार्य किए गए हैं। प्रदेश में स्तरहीन 37 संस्थाओं को बंद कर दिया गया है और लगभग 70 संस्थाओं पर कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश में तकनीकी प्रशिक्षण का नया दौर शुरू हो गया है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं का कायाकल्प हो रहा है। उनमें अगले 5 वर्षों में आधुनिकतम प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें उसका पूरा अवसर मिलेगा। वहीं व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त करने वालों को भी सरकार पूरी तरह से सहयोग देगी। राज्य में मेधावी छात्रों की फीस राज्य सरकार द्वारा भरवाने की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में करीब साढ़े छह करोड़ पौधे रोपने पर प्रदेश की जनता का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि देशभर में आईटीआई के 13 हजार संस्थानों में 127 पाठ्यक्रम संचालित होते हैं। ऐसी डिग्री आधारित बेरोजगारों की फौज खड़ी करने वाली शिक्षा प्रणाली पर विचार किया जाना चाहिए। प्रदेश के तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि आईटीआई चलें अभियान द्वारा प्रदेश में 5 लाख युवाओं को व्यवसायिक शिक्षा से जोड़ा जा रहा है। उनमें से 70 प्रतिशत का रोजगार स्थापित कराने का प्रयास किया जाएगा।
एशियन डेवलपमेंट बैंक की सुनहवा ली ने कहा कि भारत की स्किल इंडिया पहल में बैंक द्वारा तकनीकी सहयोग किया जा रहा है। मध्यप्रदेश की परियोजना बैंक की देश में 5वीं परियोजना है। आईटीईईएस सिंगापुर के ब्रूस पो ने कहा कि स्किल्स पार्क प्रदेश की आर्थिक, सामाजिक विकास प्रक्रिया को नई गति देगा।
केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि प्रदेश ने आईटीआई की ऑनलाइन परीक्षा संचालित कर अन्य राज्यों को इस दिशा में पहल के लिए प्रेरित किया है। क्रिकेटर के श्रीकांत ने कहा कि ग्लोबल स्किल्स पार्क का प्रारूप उसकी सुपर सक्सेस को बता रहा है। इससे अब छोटे शहरों से भी धोनी जैसे स्किल्ड युवा निकलेंगे।
यह होगी विशेषता
ग्लोबल स्किल्स पार्क में कौशल विकास, उद्यमिता विकास, ग्लोबल मार्केट सर्वेक्षण जैसी सभी विश्व स्तरीय विशेषताएं होंगी। प्रतिवर्ष 10000 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पार्क में विश्व स्तर के प्रशिक्षक होंगे। प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों एवं इंडस्ट्री को जगह उपलब्ध कराई जाएगी। विद्यार्थियों का प्लेसमेंट देश विदेश की कंपनियों में कराया जाएगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय संयुक्त प्रमाणीकरण का प्रावधान भी होगा। अभी इस तरह की सुविधाएं मौजूदा आईटीआई में नहीं हैं।
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