कौशल विकास की ट्रेनिंग का नहीं मिला डिप्लोमा

पलिया कलां (लखीमपुर): कौशल विकास मिशन के जरिए युवाओं को हुनरमंद बनाने और रोजगार देने की कवायद चल रही है। लेकिन ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें छात्रों का सीधे तौर पर शोषण किया जा रहा है। स्थानीय सेंटर से जुड़े कुछ छात्रों ने इसी तरह की समस्या रखी।

स्थानीय सेंटर पर कंप्यूटर, एकाउंटिग आदि कोर्स करने वाले छात्रों ने बताया कि उन लोगों ने अक्टूबर 2015 से मार्च 2016 तक अध्ययन किया। कोर्स पूरा होने के बाद सभी परीक्षा में भी बैठे और उत्तीर्ण हो गए। आरोप है कि कोर्स व परीक्षा पूरी करने के बाद जब वे लोग सेंटर पर डिप्लोमा लेने गए तो एमडी ने सभी से सुविधा शुल्क की मांग शुरू कर दी। जिन्होंने पैसा दिया उन्हें डिप्लोमा देकर रिसीविग करवा ली गई, लेकिन उन लोगों को पैसा न देने की वजह से डिप्लोमा नहीं मिला।

इतना ही नहीं छात्रों ने आरोप लगाया कि कई बार जाने व डिप्लोमा मांगने पर  एमडी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। हालांकि एमडी दिलीप राना ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया। कहा कि कुछ प्रतिद्वंदियों के बहकावे में आकर छात्र इस तरह की हरकत कर रहे हैं। सैकड़ों बच्चों ने यहां से कोर्स किया सभी को डिप्लोमा मिला है, इन बच्चों को भी दिया जा चुका है। इसका पूरा प्रूफ मय रिसी¨वग सुरक्षित है। मामले से लखनऊ कार्यालय को अवगत कराया जा चुका है।

Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.