किसानों और पशुपालकों के लिए कौशल विकास के 9 नए पाठ्यक्रम शुरू

बीकानेर : वेटरनरी विश्वविद्यालय ने इस सत्र से किसानों पशुपालकों के लिए कौशल विकास के 9 नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। बीकानेर, जयपुर और उदयपुर के वेटरनरी संस्थानों में ये लघु पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। किसी भी एक सर्टिफिकेट कोर्स में कम से कम 5 प्रतिभागियों के आवेदन मिलते ही यह पाठ्यक्रम प्रारंभ कर दिया जाता है। इससे युवाओं, पशुपालकों उद्यमियों के कौशल विकास को बढ़ावा देने के साथ उनकी आय को बढ़ाया जा सकेगा। इन कोर्सों में कृषि वैज्ञानिक, प्रोफेसर्स पशुपालन, मुर्गीपालन और पशुधन उत्पादों में वृद्धि करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोर्स पूरा करने और उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय की ओर से प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।

कोर्स में प्रवेश की पात्रता : सर्टिफिकेट कोर्सेज में प्रवेश की पात्रता के लिए 8वीं परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी शामिल हो सकता है। इन कोर्सेज की अवधि एक से दो माह तक होगी। युवा किसानों को प्रायोगिक, सैद्धांतिक और वैज्ञानिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। किसानों को खेती-बाड़ी के साथ अन्य कुटीर उद्योगों से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से यह कोर्स शुरू किया गया है। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके गहलोत ने बताया कि पालतू पशुओं में गाय, भैंस, भेड़, बकरी, ऊंट, श्वान आदि पशुओं के प्राथमिक उपचार की जानकारी दी जाएगी। इससे किसान युवा मौके पर पशुओं का प्राथमिक उपचार सार संभाल कर सकेंगे। भेड़-बकरी पालन करने वाले पशुपालकों को उत्पादन बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक संगठित फार्म से संबंधित व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

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