उत्तर प्रदेश में शिक्षा व कौशल विकास में सुधार के लिए हुए कई बड़े फैसले

लखनऊ  : उत्तर प्रदेश में कौशल विकास यूनिवर्सिटी खुलेगी। यह निर्णय गुरुवार को राज्यपाल राम नाईक की अध्यक्षता में हुए कुलपति सम्मेलन में लिया गया। इस पर भी सहमति बनी कि शुल्क देकर छात्र अपनी आंसरशीट की फोटो कॉपी ई-मेल पर ले सकेंगे। योजना भवन में हुए इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और मंत्री संदीप सिंह भी मौजूद थे।

आयु और कार्यकाल बढ़ाने पर चर्चा

साथ ही यूपी में राज्य विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की सेवानिवृत्त आयु 62 से 65 वर्ष और कुलपति का कार्यकाल 3 से 5 वर्ष करने के मामले में विचार करने पर भी चर्चा हुई। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सभी कुलपति इसके पक्ष में हैं, लेकिन निर्णय मुख्यमंत्री और राज्यपाल की सहमति से होगा।

इसके अलावा यह भी तय हुआ कि 6 महीने के स्किल डेवलपमेंट के ऐड ऑन कोर्स शरू होंगे। नकल रोकने के लिए नियमावली जारी होगी। शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों को समस्या के लिए कुलपति की अगुवाई में समन्वय समिति बनेगी। रीजनल और फॉरेन लैंग्वेज की पढ़ाई होगी। क्वेश्चन पेपर में सब्जेक्टिव के साथ ऑब्जेक्टिव सवाल भी होंगे।

इस पर भी चर्चा

रिसर्च के लिए स्टेट लेवल एलिजिबिलिटी टेस्ट शुरू हो सकता है। ग्रेड 3 के पोस्ट की भर्ती कुलपति के हाथ दी जा सकती है। शिक्षकों के लिए वीआरएस शुरू किया जा सकता है। कॉमर्स/मैनेजमेंट के कोर्स में जीएसटी सब्जेक्ट के तौर पर शामिल किया जाएगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर हर यूनिवर्सिटी में जीएसटी पर सेमिनार होगा। 15 अगस्त तक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन जारी हो जाएंगे।

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